NTA के खिलाफ अभाविप कार्यकर्ताओं का फूटा गुस्सा, देहरादून में पुतला फूंका, CBI जांच की मांग
देहरादून। नीट (NEET) के बाद यूजीसी नेट (UGC NET) पेपर लीक पर पूरे देश में राजनीतिक भूचाल मचा हुआ है। देशभर में परीक्षा आयोजित कराने वाली संस्था एनटीए (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा है। देहरादून में भी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं का आक्रोश सड़कों पर देखने को मिला। देहरादून के लैंसडाउन चौक पर एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी का पुतला दहन करके जमकर प्रदर्शन किया और सीबीआई जांच की मांग उठाई।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की प्रदेश अध्यक्ष ममता सिंह ने कहा कि अनियमितता के कारण यूजीसी नेट परीक्षा को रद्द कर दिया गया है। इस वर्ष पीएचडी के प्रवेश भी यूजीसी नेट के स्कोर के आधार पर होने हैं। जिस कारण अभ्यर्थियों में असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो गई है। उन्होंने कहा कि यूजीसी नेट की परीक्षा में गड़बड़ियों के बाद अब यूजीसी नीट की परीक्षा का रद्द होना एनटीए जैसी सरकारी संस्था के ऊपर बड़ा प्रश्न चिन्ह खड़ा करता है। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद स्वीकार नहीं करती है। इसलिए आज विरोध स्वरूप एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी के खिलाफ प्रदर्शन करके अपना विरोध दर्ज कराया है।
वहीं प्रदर्शन में शामिल एबीवीपी के प्रदेश मीडिया संयोजक यशवंत पंवार ने कहा कि 18 जून को नेट की परीक्षा आयोजित होनी थी, लेकिन 17 जून को जानकारी मिली कि नेट का पेपर लीक हो गया है। उन्होंने इसे होनहार युवाओं के साथ छल बताया है। यशवंत पंवार ने कहा कि अगर देश के भीतर नीट और नेट जैसी परीक्षाओं में गड़बड़ियां होती हैं, तो इससे बड़ा दुर्भाग्य और कुछ नहीं है। उन्होंने शिक्षा मंत्रालय और संबंधित एजेंसियों से इस संबंध में स्थिति स्पष्ट करने और एनटीए की शुचिता के मामले पर सरकार से सीबीआई जांच की मांग उठाई है।