उत्तराखंड के नाम उपलब्धि : 68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में उत्तराखंड को मिला मोस्ट फिल्म फ्रेंडली अवॉर्ड, बीडी तिवारी ने प्राप्त किया, CM धामी ने दी बधाई
देहरादून। 68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में उत्तराखंड को मोस्ट फिल्म फ्रेंडली (स्पेशल मेंशन) पुरस्कार प्राप्त हुआ है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) ने इसके लिए प्रदेशवासियों को बधाई दी है। पिछले कुछ वर्षों के दौरान उत्तराखंड देश में फिल्मों व धारावाहिकों की शूटिंग के लिए पसंदीदा स्थल के रूप में उभरा है।
राजधानी दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में उत्तराखंड फिल्म विकास परिषद के सीईओ बंशीधर तिवारी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) के हाथों ये पुरस्कार ग्रहण किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की नैसर्गिक सुंदरता बरबस फिल्मकारों को यहां शूटिंग के लिए आकर्षित करती है। फिल्मों व धारावाहिकों की शूटिंग के लिए अनुकूल माहौल यहां उपलब्ध है, उत्तराखंड की फिल्म नीति से आकर्षित होकर पिछले पांच वर्षों के दौरान ही छह सौ से अधिक फिल्मों व धारावाहिकों की यहां शूटिंग हुई है। सीईओ बंशीधर तिवारी ने बताया है कि बताया कि वर्ष 2015 से लेकर अब तक उत्तराखंड में शूटिंग के लिए कुल 784 फिल्म अनुमति प्रमाणपत्र जारी किए गए हैं। अभी तक उत्तराखंड को बेस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट के अंतर्गत तीन बार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में उत्तराखंड शूटिंग के लिहाज से फिल्म हब बनने जा रहा है। इससे उत्तराखंड में रोजगार के साधन बढऩे के साथ-साथ पर्यटन के क्षेत्र में भी भारी वृद्धि हो रही है। वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट कर लिखा कि 68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के अन्तर्गत मोस्ट फिल्म फ्रेंडली (स्पेशल मेंशन) पुरस्कार उत्तराखण्ड को प्राप्त हुआ है। यह समस्त देवभूमिवासियों के लिए गौरवान्वित करने वाला क्षण है। सभी प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई।
महानिदेशक सूचना एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी उत्तराखण्ड फिल्म विकास परिषद बंशीधर तिवारी ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य को यह पुरस्कार मिलने से प्रदेश में फिल्मों की शूटिंग को और अधिक प्रोत्साहन मिलेगा। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा फिल्म उद्योग को प्रोत्साहित करने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये है। राज्य सरकार में फिल्म निर्माता-निर्देशकों के लिए अनुकूल माहौल बनाया गया है, जिसका परिणाम है कि आज उत्तराखण्ड को राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। मुख्यमंत्री धामी द्वारा प्रदेश की फिल्म नीति को और अधिक आकर्षक बनाया जा रहा है। फिल्म नीति को और अधिक आकर्षक और व्यावहारिक बनाया जा रहा है। इससे राज्य में फिल्म निर्माण क्षेत्र को और अधिक प्रोत्साहित किया जा सकेगा। राज्य में अधिक से अधिक फिल्म निर्माता आ सकेंगे और स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ सकेंगे। राज्य सरकार द्वारा फिल्म नीति को आकर्षक बनाया गया है, जिसमें सिंगल विंडो शूटिंग अनुमति प्रदान किया जाना। अब राज्य में शूटिंग हेतु कोई भी शुल्क नही लिया जा रहा है। नई फिल्म नीति में रुपये 1.5 करोड़ तक अनुदान दिये जाने की व्यवस्था है। इसके साथ ही शूटिंग अवधि में पुलिस सुरक्षा उपलब्ध कराया जाना शामिल है। क्षेत्रीय फिल्मों को स्थानीय सिनेमाघरों द्वारा सप्ताह में एक शो अनिवार्य रूप से दिखाया जाना है। महानिदेशक सूचना एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी उत्तराखण्ड फिल्म विकास परिषद बंशीधर तिवारी ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर के इस पुरस्कार के लिए उत्तराखण्ड राज्य का चयन हम सभी के लिए गौरव की बात है। अल्प कार्यकाल में देश के अन्य राज्यों को पीछे छोड़ते हुए उत्तराखण्ड राज्य का इस पुरस्कार के लिए चयन हुआ है। उन्होंने कहा की आगे भी सुविधा और सहयोग उपलब्ध कराया जाएगा ताकि अधिक से अधिक फ़िल्मों की शूटिंग उत्तराखंड में हो सके और उत्तराखंड विश्व पटल पर अपनी उपस्थिति और बेहतर तरीक़े से दर्ज करा सके।