वन रक्षक से छेड़छाड़ के मामले में माफीनामे के बाद चार आरोपियों का हुआ समझौता, पुलिस की जांच जारी
चम्पावत। धूनाघाट क्षेत्र में महिला वन रक्षक के साथ हुई छेड़छाड़ व अभद्रता के मामले में चार आरोपियों का माफीनामे के बाद समझौता हो गया है। इस संबंध में पुलिस को भी सूचना दे दी गई है। आरोपियों का कहना था उन्होंने कोई छेड़खानी नहीं की। वे तो केवल बीच बचाव करने पहुंचे थे। मामले के मुख्य आरोपी को उन्होंने अपने वाहन में लिफ्ट दी थी और उसके कहने पर धूनाघाट में कुछ देर के लिए वाहन को रोका था।
मालूम हो कि तीन जून को धूनाघाट क्षेत्र में एक महिला वन रक्षक के साथ छेड़छाड़ व अभद्रता किए जाने की घटना हुई थी। वन रक्षक ने लोहाघाट थाने में मनोज कुमार, प्रकाश मेहरा, चेतन चम्याल, पंकज जोशी व ईश्वर बिष्ट के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। वहीं मंगलवार को प्रकाश, चेतन, पंकज व ईश्वर की ओर से माफीनामा दिए जाने के बाद मामले में दोनों पक्षों के बीच राजीनामा / इकरारनामा हो गया। जिससे पुलिस को भी अवगत करा दिया गया है।
राजीनामा / इकरारनामा में प्रकाश मेहरा पुत्र गंगा सिंह, निवासी ग्राम बैरख, चेतन चम्याल पुत्र नन्दन सिंह ग्राम पखोटी पंकज जोशी पुत्र प्रेम बल्लभ जोशी निवासी ग्राम देवीधुरा, ईश्वर बिष्ट पुत्र नैन सिंह निवासी ग्राम देवीधुरा ने कहा है कि तीन जून को वे लोहाघाट से देवीधुरा की ओर जा रहे थे। वाहन में सवार मनोज कुमार पुत्र रमेश राम ग्राम देवीधुरा ने उन्हें वाहन रोकने को कहा। इस पर वाहन चला रहे चेतन चम्याल ने वाहन रोक दिया। मनोज कुमार वाहन से उतर कर वन रक्षक के पास गया। जहां पर दोनों पक्षों में विवाद होने लगा। जब वे लोग वहां पर पहुंचे तो वन रक्षक ने बताया कि मनोज ने उसके साथ छेड़छाड़ व अभद्रता की। जिस पर वे मनोज को लेकर गाड़ी में आए और गंतव्य की ओर चले गए।
चारों ने कहा है कि मनोज के कहने पर वाहन रोका गया। उन्हें पता नहीं था कि मनोज क्या करने जा रहा है। झगड़ा देखकर मौके पर पहुंचने के अतिरिक्त उनकी कोई गलती नहीं है। वहीं वन रक्षक ने कहा है कि उनके द्वारा सभी को मनोज का सहयोगी समझ लिया गया था। वे उन्हें माफी देती हैं। साथ ही कहा है कि घटना को लेकर वे चारों के विरुद्ध किसी भी प्रकार की वैधानिक कार्यवाही नहीं कर रही हैं। चारों ने उनके साथ किसी भी प्रकार की अभद्रता नहीं की गयी है। उधर, पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। फिलहाल राजीनामे से पुलिस को भी अवगत करा दिया गया है। अब देखना होगा कि पुलिस इस मामले में चारों के विरुद्ध किस तरह की कार्यवाही अमल में लाती है।