टनकपुर में दुकानें टूटने के बाद फर्जीवाड़े का गोरखधंधा आया सामने, पीड़ित ने एसडीएम से लगायी न्याय की गुहार
टनकपुर। प्रशासन द्वारा एआरटीओ आफिस के नजदीक सरकारी ज़मीन पर अवैध रूप से बनी पांच दुकानों को जेसीबी लगाकर ढहाने के बाद अवैध भूमि को बेचने के फर्जीवाड़े का खुलासा हो रहा है। दुकानों को कथित भू-माफियाओ द्वारा बनाया गया था और धोखे से एक व्यक्ति को लाखों रुपये में बेच दिया। साथ ही फर्जी तरीके से रजिस्ट्री भी करवा ली। दुकानें खरीद कर लाखों रुपये गंवाने वाले पीड़ित ने एसडीएम से मिल कर न्याय दिलाये जाने की गुहार लगाई।
आपको बता दें कि मंगलवार को प्रशासन नें अवैध रूप से बनी पांच दुकानों को अतिक्रमन हटाओ अभियान के तहत तोड़ दिया। उसके बाद जमीनों की खरीद फरोख्त के बहुत बड़े गोरखधंधे का मामला सामने आया है। बुधवार को स्थानीय दुकानदार दुर्गेश कुमार पुत्र ओमप्रकाश निवासी नई बस्ती वार्ड नंबर 5 टनकपुर ने एसडीएम को पत्र देकर कथित भू माफियाओ के विरुद्ध कार्यवाही करते हुए उसके बीस लाख रुपये दिलाये जाने की मांग की है। उसने दो लोगों पर धोखाधड़ी, फर्जी रजिस्ट्री कर दो दुकानों के नाम पर बीस लाख रूपये हड़प लिए जाने का आरोप लगाया है। यह वे ही दुकानें हैं जिन्हें प्रशासन ने तुड़वा दिया है। दुर्गेश नें बताया फर्जी रजिस्ट्री के कागज़ दिखाकर अवैध ज़मीन की दुकानों को धोखाधड़ी कर उसे बेचा गया है, जिसमें उसके पूरे जीवन की कमाई खर्च हो गयी और वो कर्जदार बन के रह गया है। वहीं एसडीएम आकाश जोशी ने बताया कि मामले में पुलिस को जांच के निर्देश दिए गए हैं। कोतवाल योगेश उपाध्याय ने बताया कि एसडीएम दफ्तर से प्राप्त प्रार्थना पत्र के आधार पर मामले की जांच की जा रही है।