पिथौरागढ़ पुलिस की एएचटीयू टीम ने 20 साल से गुमशुदा विक्षिप्त महिला को उसके पुत्र से मिलाया
बाल कल्याण समिति की रेखा रानी की भी रही अहम भूमिका
पिथौरागढ़। जनपद पुलिस की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (एएचटीयू) टीम ने एक शानदार काम किया है। टीम ने घटना में 20 साल से लापता विक्षिप्त महिला तारा देवी को उसके पुत्र प्रेम राम से मिलाने में सफलता पाई है। यह अभियान ‘मित्रता सेवा और सुरक्षा’ के सिद्धांत को साकार करता है।
पुलिस के अनुसार तारा देवी कई वर्षों से पिथौरागढ़ कस्बे में इधर-उधर भटक रही थीं। उनकी पहचान और परिवार के बारे में जानकारी जुटाने के लिए एएचटीयू टीम के हेड कांस्टेबल दीपक सिंह खनका, कांस्टेबल निर्मल किशोर, कांस्टेबल रणवीर कम्बोज और बाल कल्याण समिति की रेखा रानी ने तारा देवी की फोटो का प्रचार प्रसार किया।
इस दौरान तारा देवी के पुत्र प्रेम राम, जो पदमपुरी नैनीताल में रहते हैं से संपर्क किया गया। प्रेम राम ने पुष्टि की कि तारा देवी उनकी माता हैं, जो 20 साल पहले घर से बिना बताये चली गई थीं और मानसिक रूप से अस्वस्थ हैं। उन्होंने अपनी मां की काफी तलाश की, लेकिन उनका कहीं पता नहीं चला। आज अचानक मां-बेटे की मुलाकात हुई। जिसके बाद प्रेम राम के चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ गई। उन्होंने अपनी माताजी को घर ले जाने का निर्णय लिया। एएचटीयू के कर्मियों और रेखा रानी ने तारा देवी का जिला अस्पताल से प्राथमिक उपचार कराकर उन्हें उनके परिवार के सुपुर्द किया। प्रेम राम और उनके परिवार ने पिथौरागढ़ पुलिस और बाल कल्याण समिति का दिल से आभार प्रकट किया। लोगों ने भी पुलिस के प्रयासों की सराहना की है। यह घटना न केवल मानवता की सेवा का उदाहरण है, बल्कि यह दर्शाती है कि पुलिस और समाज की संयुक्त प्रयासों से किसी भी समस्या का समाधान किया जा सकता है।