आंगनबाड़ी कार्यकर्तियों ने केक काट कर मनाया बाल विकास सेवा परियोजना स्थापना दिवस, विरोध प्रदर्शन जारी


टनकपुर। आंगनबाड़ी कार्यकर्तियों ने मानदेय बढ़ाने की मांग को लेकर शुक्रवार को भी विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने तहसील में विरोध प्रदर्शन करने के साथ ही केक काट कर बाल विकास परियोजना का स्थापना दिवस मनाया। साथ ही गांधी जयंती भी मनाई। इस दौरान उन्होंने सरकार पर उनकी अनदेखी करने का आरोप लगाया। उन्होंने तहसील प्रांगण में झंडारोहण करने के साथ ही बाल विकास सेवा परियोजना के स्थापना दिवस पर नायब तहसीलदार पिंकी आर्य के हाथों से केक कटवा कर स्थापना दिवस कार्यक्रम आयोजित किया। इस दौरान बताया गया कि 2 अक्टूबर 1975 को भारत सरकार द्वारा समेकित बाल विकास सेवा को एक परियोजना के रूप में लागू किया गया था। जिसका पहला उद्देश्य एक से छह वर्ष के बालक तथा बालिका को पोषण एवं स्वास्थ्य के लिए बेहतर बनाना, शारीरिक एवं सामाजिक विकास की नींव को मजबूत बनाना था। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा ईमानदारी और निष्ठा के साथ कार्यों का निर्वहन किया। कहा कि विगत 46 वर्षों में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की स्थिति पर कोई खास सुधार नहीं हुआ है। बल्कि उनके ऊपर कार्य का बोझ बढ़ा दिया गया है। सरकार उनकी आर्थिक स्थिति को सुधारने का नाम नहीं ले रही है। आंगनबाड़ी को हर विभाग के साथ साझेदार बना दिया जाता है। उनसे एक कनिष्ठ सहायक से भी ज्यादा कराया जाता है, लेकिन उन्हें एक कुशल श्रमिक की श्रेणी में भी नहीं लाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार द्वारा उन्हें सम्मानजनक वेतन नहीं दिया जाता तब तक वह अपना अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार जारी रखेंगी। इस अवसर पर ब्लॉक अध्यक्ष गीता चंद, ब्लॉक प्रभारी सरोज मोनी, उपाध्यक्ष गोविंदी मेहता, संगठन मंत्री गोविंदी पंत, कोषाध्यक्ष नीरू बिष्ट, सचिव देवकी सामंत, मीडिया प्रभारी ममता, सदस्य दीपिका शर्मा, शकुंतला, शांति देवी, कमला, शांति, सुमन, गीता, रूपा आदि मौजूद रहीं।

