खटीमा पहुंचा असम से भागा सेना का जवान, चम्पावत निवासी जवान को पुलिस ने हिरासत में लिया, राइफल के साथ जिंदा कारतूस बरामद
खटीमा। कोतवाली पुलिस ने असम आर्मी कैंप से भागे बंगाल इंजीनियरिंग के जवान को एक होटल से इंसास राइफल (INSAS rifle) और 60 जिंदा कारतूस के साथ हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है जवान का नाम सूरज चंद्र जोशी (उम्र 25 साल) है और वह चम्पावत जिले का निवासी है। बहरहाल जवान को असम में दर्ज केस के आधार पर न्यायालय में पेश किया गया।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक सेना का जवान बंगाल इंजीनियरिंग का बताया जा रहा है, जो कि वर्तमान में असम में तैनात था। सेना का जवान आर्मी कैंप से अपनी ड्यूटी के दौरान इंसास रायफल और 60 जिंदा कारतूस लेकर खटीमा भागकर पहुंचा था, जिसे पुलिस ने सूचना के आधार पर हिरासत में ले लिया है। वहीं, जवान को रायफल के साथ हिरासत में लेने की सूचना असम स्थित आर्मी कैंप के अधिकारियों को दे दी गई है। जवान आर्मी कैंप से भागकर खटीमा क्यों पहुंचा, इस संबंध में उक्त जवान से पूछताछ की जा रही है।
कोतवाल मनोहर सिंह दसौनी ने बताया कि वर्ष 2020 में बनबसा से भर्ती हुए मूल उत्तराखंड के बनलेख नंदकुली चम्पावत हाल डिग्री कॉलेज रोड चम्पावत निवासी सूरज चंद्र जोशी बंगाल इंजीनियर का जवान है। वह चार अक्तूबर को दीमापुर राशन छोड़ने जाने वाली 11 जवानों की टीम में शामिल था। इस दौरान जब वाहन डिंगिया एनएच पर था तो वह मय असलहा वाहन से कूद गया और फरार हो गया। उसके खिलाफ सेना ने बोरपत्थर जिला कार्वी एंगलॉग असम में हथियार चोरी और आर्म्स एक्ट में मुकदमा दर्ज कराया था। हथियार चोरी के पांच दिन बाद सेना को फरार जवान की मोबाइल लोकेशन खटीमा मिली। सेना ने छुट्टी पर आए जवान से फोन पर संपर्क किया। छुट्टी पर आए जवान ने कोतवाली पुलिस को इसकी सूचना दी। कोतवाल ने बताया कि मंगलवार रात को ही एसएसआई विनोद जोशी, बाजार चौकी प्रभारी पंकज महर के साथ खटीमा में सर्च अभियान चलाया गया। रात लगभग साढ़े बारह बजे मुख्य चौक स्थित एक होटल से जवान सूरज को मय असलहे के गिरफ्तार कर लिया गया। जवान को बुधवार को न्यायालय में पेश कर दिया गया। शुरुआती पूछताछ में उसने एक मोबाइल गेमिंग एप के चलते कर्ज में होने की बात कही है।
ऑनलाइन गेमिंग में कर्ज की कहानी नहीं उतर रही गले
पुलिस की शुरुआती पूछताछ में सेना के जवान ने बताया कि वह ऑनलाइन गेमिंग में बहुत रुपये हार गया, जिससे उस पर बहुत कर्ज चढ़ गया। उसे कुछ समझ नहीं आया तो वह हथियार के साथ ही भाग आया। हालांकि जवान की यह कहानी पुलिस के गले नहीं उतर रही है। पुलिस हर एंगल से मामले की जांच कर रही है। चम्पावत निवासी सूरज चंद्र जोशी 19 सितंबर को ही एक माह की छुट्टी काटकर वापस अपनी यूनिट लौटा था। 15 दिन बाद ही राशन छोड़ने दीमापुर जा रहे ट्रक से हथियार सहित कूदकर फरार होने और पांच दिन बाद खटीमा के होटल में रुकने की पुलिस जांच कर रही है। वह कल ही खटीमा पहुंचा था और पुलिस ने उसे रात में गिरफ्तार कर लिया।
जवान इंसास राइफल जिसे लाइट मशीनगन (एलएमजी) भी कहते हैं, उसके साथ फरार हुआ था। यह थल सेना का प्रमुख हथियार है। इसके साथ ही 60 कारतूस और चार मैगजीन लेकर भागा था। जबकि जवान को यह अच्छी तरह मालूम है कि यह कितना बड़ा अपराध है। सूरज के दो और भाई हैं। बड़ा भाई भी सेना में तैनात है, जबकि छोटा भाई और पिता चम्पावत में किराने की दुकान चलाते हैं। एसपी सिटी मनोज कत्याल ने बताया कि फरार जवान से सारे कारतूस, मैगजीन और राइफल बरामद कर ली गई है। इस मामले में असम पुलिस के आईओ कोर्ट से रिमांड लेकर पूछताछ करेंगे। जब तक असम पुलिस यहां नहीं पहुंचती, खटीमा पुलिस आरोपी जवान का रिमांड लेगी। खटीमा कोतवाली में आरोपी के खिलाफ बीएनएस की धारा 35(106) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।