नवीनतमराजनीति

बड़ी खबर : सुखविंदर सुक्खू होंगे हिमाचल के नए सीएम, मुकेश डिप्टी सीएम, विधायक दल की बैठक में हुआ एलान

ख़बर शेयर करें -

हिमाचल प्रदेश कांग्रेस चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष एवं नादौन विधानसभा क्षेत्र से चौथी बार विधायक चुने गए सुखविंदर सिंह सुक्खू प्रदेश के नए मुख्यमंत्री होंगे। हरोली से कांग्रेस विधायक मुकेश अग्निहोत्री उपमुख्यमंत्री होंगे। शनिवार को विधानसभा परिसर शिमला में कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बाद सीएम पद के लिए सुखविंदर सिंह सुक्खू के नाम का एलान किया गया। सुखविंदर सुक्खू सोमवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। शपथ समारोह के लिए तैयारियां शुरू हो गईं हैं। सुक्खू के गांव सेरा में जश्न का माहौल है। माता संसार देई, पत्नी कमलेश ठाकुर और दोनों बेटियां फूली नहीं समा रही हैं। मुख्यमंत्री चुने जाने के बाद सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि मैं सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और प्रदेश की जनता का शुक्रगुजार हूं। हमने हिमाचल प्रदेश की जनता से जो वादे किए हैं, उन्हें पूरा करना मेरी जिम्मेदारी है। राज्य के विकास के लिए हमें काम करना है। राजनीति की जो सीढियां मैंने चढ़ी हैं उसमें गांधी परिवार का बहुत योगदान रहा है। जो वादे हमने जनता से किए उसे लागू करने की जवाबदेही मेरी है। हम सत्ता, सत्ता के लिए नहीं चाहते हैं, हम सत्ता परिवर्तन के लिए लाए हैं।

हर विधायक से अकेले-अकेले मुलाकात की
इससे पहले चुनाव पर्यवेक्षक व छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और हिमाचल कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला ने राजधानी शिमला के चौड़ा मैदान स्थित सिसिल होटल में हर विधायक से अकेले-अकेले मुलाकात की। पांच बजे विधानसभा परिसर में कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई। बैठक के बाद प्रदेश के नए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नाम का एलान किया गया। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने चुनाव पर्यवेक्षक भूपेश बघेल, भूपेंद्र सिंह हुड्डा और राजीव शुक्ला को विधायक दल की बैठक के बाद सीएम के नाम का एलान करने को कहा था।

प्रतिभा समर्थक करते रहे नारेबाजी
हरोली से कांग्रेस विधायक मुकेश अग्निहोत्री विधायक दल की बैठक छोड़कर बाहर चले गए। चौड़ा मैदान स्थित सिसिल होटल के बाहर प्रतिभा सिंह के पक्ष में समर्थक जमकर नारेबाजी करते रहे। समर्थकों को रोकना पुलिस के लिए मुश्किल हो गया था। प्रतिभा समर्थक हाईकमान होश में आओ, हॉलीलॉज सातवीं बार के नारे लगाते रहे। समर्थकों ने आरोप लगाया कि पहले सोची समझी साजिश के तहत प्रतिभा सिंह को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाया। छह बार मुख्यमंत्री रहे दिवंगत वीरभद्र सिंह के नाम पर वोट लिए, अब अनदेखी की गई।

नतीजों के बाद दो दिन में कैसे बदले समीकरण
गुरुवार को हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के परिणाम आए। 68 विधानसभा सीटों वाले हिमाचल में कांग्रेस के 40 प्रत्याशियों ने जीत हासिल की, जबकि भाजपा 25 पर सिमट गई। कांग्रेस की जीत के साथ ही पार्टी में मुख्यमंत्री पद को लेकर विवाद शुरू हो गया। शुक्रवार को दिनभर शिमला स्थित पार्टी मुख्यालय राजीव भवन में हंगामा होता रहा। बड़ी संख्या में प्रतिभा सिंह के समर्थक नारेबाजी करते रहे। वहीं, प्रचार समिति के प्रमुख रहे सुखविंदर सिंह सुक्खू के समर्थक भी उनके पक्ष में नारेबाजी करते रहे। हालांकि, सुक्खू खुद को मुख्यमंत्री की दौड़ से बाहर बताते रहे। इसके बाद रात 10 बजे विधायक दल की बैठक हुई। इसमें छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री और हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के चुनाव पर्यवेक्षक भूपेश बघेल, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला, सह प्रभारी गुरकीरत सिंह कोटली भी मौजूद रहे।
बैठक में संजय सूद, तजेंद्र पाल बिट्टू और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद प्रतिभा सिंह विशेष रूप से मौजूद रहीं। इसमें हर विधायक से बारी-बारी चुनाव पर्यवेक्षकों ने बात की। इनसे सीएम पद के लिए दो-दो नाम पूछे गए। उनकी अच्छाई और कमी भी पूछी गई। इसके बाद सभी विधायकों ने एक स्वर में एक प्रस्ताव पारित किया। इसमें कहा गया कि कांग्रेस हाईकमान जो भी फैसला लेगा वह सभी विधायकों को मंजूर होगा। फिर ये प्रस्ताव कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को भेज दिया गया।

सुखविंदर सिंह सुक्खू के बारे में सबकुछ जानें …

सुखविंदर सिंह सुक्खू का जन्म हमीरपुर जिले की नादौन तहसील के सेरा गांव में 26 मार्च 1964 को हुआ। पिता रसील सिंह हिमाचल परिवहन निगम में बस चालक थे। माता संसार देई गृहिणी हैं। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने स्कूलिंग से लेकर स्नातक तक की पढ़ाई शिमला से ही की। सुखविंदर ने एलएलबी की डिग्री हासिल की है। चार भाई-बहनों में सुखविंदर सिंह सुक्खू दूसरे नंबर पर हैं। बड़े भाई राजीव सेना से रिटायर हैं। दो छोटी बहनों की शादी हो चुकी है। 11 जून 1998 को सुखविंदर सिंह सुक्खू की शादी कमलेश ठाकुर से हुई। इनकी दो बेटियां हैं जो दिल्ली विश्वविद्यालय से पढ़ाई कर रही हैं। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने एनएसयूआई से राजनीतिक जीवन की शुरुआत की। संजौली कॉलेज में पहले कक्षा के क्लास रिप्रेजेंटेटिव और स्टूडेंट सेंट्रल एसोसिएशन के महासचिव चुने गए। उसके बाद राजकीय महाविद्यालय संजौली में स्टूडेंट सेंट्रल एसोसिएशन के अध्यक्ष चुने गए। 1988 से 1995 तक एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष रहे। 1995 में युवा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव बने।
1998 से 2008 तक युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रहे। नगर निगम शिमला के दो बार पार्षद बने। 2003, 2007, 2017 और अब 2022 में नादौन विधानसभा क्षेत्र से चौथी बार विधायक चुने गए। 2008 में प्रदेश कांग्रेस के महासचिव बने। आठ जनवरी 2013 से 10 जनवरी 2019 तक प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष रहे। अप्रैल 2022 में हिमाचल प्रदेश कांग्रेस चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष एवं टिकट वितरण कमेटी के सदस्य बने।