बड़ी खबर : लाखों का गबन करने के मामले में तीन आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को बर्खास्त किया गया
रुद्रपुर। महिला सशक्तिकरण एंव बाल विकास विभाग में बड़ा घोटाला सामने आया है। बाजप़ुर विकास खंड के तीन आंगनबाड़ी केंद्रों में कार्यकर्ताओं की ओर से वित्तीय अनियमितता प्रकाश में आने पर जांच बैठाई गई थी। रिपोर्ट में आरोप सही पाए जाने पर डीपीओ उदय प्रताप सिंह ने सुल्तानपुर पट्टी स्थित शिवनगर द्वितीय, प्रीतम नगर, व कनौरी प्रथम की आगंनबाड़ी कार्यकर्ता को बर्खास्त कर सेवा समाप्त कर दी है।
बाजपुर के सुल्तानपुर पट्टी स्थित शिवनगर द्वितीय, श्यामनगर, कनोरी प्रथम बाजपुर, टांडा बंजारा मिनी घाट, नेता नगर और आदर्शनगर तीन में टीएचआर वितरण के लिए दी गई राशि वर्ष, 2016 से अब तक करीब एक करोड़ रुपये खर्च के मामले में अनियमितता की शिकायत की गई। नियमानुसार आंगनबाड़ी केंद्रों को मिलने वाली टीएचआर राशि माता समिति, जो लाभार्थियों के परिवार की सदस्य होती है, उनके हस्ताक्षर पर संयुक्त खाते से राशि निकाली जाती है। लेकिन इन आंगनबाड़ी केंद्रों में स्वयं के नाम से फर्म, समिति बनाकर अपने खाते में धनराशि मंगाकर उपभोग करने लगे। जिलाधिकारी से सितंबर माह में इन छह केंद्रों पर खर्च में अनियमितता की शिकायत व फर्जी दस्तावेज लगाकर नौकरी करने की शिकायतें की गई थी। जिसके बाद सीडीओ विशाल मिश्रा ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी जिसमें मुख्य उद्यान अधिकारी भावना जोशी, एआर सहकारिता तुलसी बुदियाल व एक कृषि रक्षा अधिकारी विधि उपाध्याय को जांच सौंपी थी। जांच में सुल्तानपुर पट्टी स्थित शिवनगर द्वितीय केंद्र में 22 लाख 17 हजार 492 रुपये, श्यामनगर में 20 लाख 45 हजार 710 रुपये और कनोरी प्रथम में 19 लाख 27 हजार 242 रुपये के खर्च पर प्रश्न चिन्ह लगे हैं। अनियमितता मिली है। जांच रिपोर्ट के आधार पर जिला कार्यक्रम अधिकारी उदय प्रताप सिंह ने शिवनगर द्वितीय की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सिमरन सैफी, श्यामनगर की नाहिद सुल्तान और कनोरी प्रथम बाजपुर की परवीन जहां की सेवा समाप्त कर दी है। शेष तीन केंद्र प्रभारियों से वित्तीय कार्य उनसे हटा दिया है।
