जनपद चम्पावतटनकपुरनवीनतम

बिसौरिया से श्यामलाताल क्षेत्र के ग्राम स्याला को बड़ा खतरा, एसडीएम ने किया भूस्खलन ​का निरीक्षण

ख़बर शेयर करें -

टनकपुर। श्यामलाताल क्षेत्र के ग्राम स्याला को इलाके से सबसे बड़े भूस्खलन वाले पहाड़ बिसौरिया से बड़ा खतरा हो गया है। वर्षों से बिसौरिया में भूस्खलन हो रहा है, जो अब धीरे धीरे गांव तक पहुंच गया है। इसके चलते कई मकानों में दरारें आ चुकी हैं। वे खतरे की जद में हैं। क्षेत्र के ग्राम जगदीश प्रसाद पौरी की सूचना पर एसडीएम हिमांशु कफल्टिया ने गांव का दौरा किया। नवीन सिंह, बिशन सिंह, देव सिंह की भूमि लगातार धंस रही है। एसडीएम ने प्रभावित सभी परिवारों से बातचीत की और जानकारी हासिल की। एसडीएम ने बताया कि बिसौरिया में लगातार भू कटाव हो रहा है। 2009 में वैज्ञानिकों ने इसकी ट्रीटमेंट को लेकर निरीक्षण किया, लेकिन स्थाई समाधान नहीं निकल सका। ग्रामीणों ने बताया कि भूकटाव की चपेट में आने पर उनके प्राकृतिक जल स्रोत भी समाप्त हो गए। जिसके चलते दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। एसडीएम ने बताया कि बिसौरिया से हो रहे भूकटाव के संबंध में उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट प्रेषित की जाएगी। भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों के बचाव के लिए जो भी कार्य होने हैं, उन्हें तत्काल किया जाएगा। निरीक्षण के दौरान राजस्व निरीक्षक गोविंद गिरी, उप निरीक्षक अमर सिंह मंगला, पवन जुकरिया, सुरेश कुमार, करनैल सिंह, वीरेंद्र सिंह नेगी आदि मौजूद रहे।