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भाजपा ने नहीं किया विचारों के साथ समझौताः बलराज पासी

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अनुच्छेद 370, राम मंदिर और यूसीसी जनसंघ से ही एजेंडे में रहे, बलिदान दिवस के रूप में मनाई डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि

चम्पावत। भाजपा जिला कार्यालय में जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि बलिदान दिवस के रूप में मनाई। गोष्ठी में मुख्य वक्ता दर्जा राज्यमंत्री व पूर्व सांसद बलराज पासी ने कहा कि भाजपा ने कभी भी अपने विचारों के साथ समझौता नहीं किया। अनुच्छेद 370, राममंदिर और यूसीसी जनसंघ के समय से ही एजेंडे में रहे हैं। भाजपाईयों ने डॉ. मुखर्जी को भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी।

भाजपा जिलाध्यक्ष निर्मल माहरा की अध्यक्षता और जिला महामंत्री मुकेश कलखुड़िया के संचालन में गोष्ठी का आयोजन हुआ। मुख्य वक्ता बलराज पासी ने विस्तार से भाजपा के विचार, सैद्धांतिक मूल्यों से अवगत कराया। कहा कि जनसंघ, जनता पार्टी और भाजपा का एक ही मूलमंत्र रहा है, वह है राष्ट्र प्रथम। इसी अवधारणा से आज भी भाजपा कार्य कर रही है। आजादी के बाद भी जम्मू कश्मीर जाने के लिए देश के ही लोगों को परमिट की आवश्यकता होती थी। जिसका विरोध डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने किया। जम्मू कश्मीर में दो निशान, दो प्रधान और दो विधान के खिलाफ मुखर रहे और अनुच्छेद 370 के विरोध में जम्मू कश्मीर पहुंचकर विरोध जताया। जहां तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने उन्हें गिरफ्तार कर जेल में डाला और साजिशन उनकी मृत्यु हुई। 2019 में पूर्ण बहुमत की सरकार के दम पर ही भाजपा ने जम्मू से अनुच्छेद 370 हटाकर वहां के लोगों को मुख्य धारा से जोड़ा।

गोष्ठी में मंडल अध्यक्ष सुनील पुनेठा, कार्यक्रम संयोजक प्रकाश तिवारी, वरिष्ठ नेता शंकर पांडेय, सतीश पांडेय, ब्लाक प्रमुख रेखा देवी, विनीता फर्त्याल, पूर्व पालिकाध्यक्ष विजय वर्मा, गोविंद वर्मा, मंडल अध्यक्ष प्रकाश बिनवाल, सचिन जोशी, राकेश अधिकारी, देवेन्द्र पाटनी, कैलाश बोहरा, गोविंद सामंत, भाजयुमो जिलाध्यक्ष गौरव पांडेय, गंगा खाती, मोनिका बोहरा, रेनू गड़कोटी, प्रेमा चिलकोटी, कैलाश पांडेय, कृष्णा जोशी, नंदन तड़ागी, कैलाश अधिकारी, गुमान सिंह, बलवंत गिरी, जगदीश पनेरू, भावना सेठी, भास्कर गड़कोटी, गिरीश कुंवर, महेन्द्र बोहरा, बीडीसी गौरव पांडेय, आनंद अधिकारी, महेश भट्ट, ललित भट्ट, ललित देउपा, अजय नरियाल, योगेश तिवारी, अजय चौधरी, महेश जोशी, गोविंद मेहता, सूरज बोहरा, सौरभ नयाल, मानवेन्द्र तड़ागी आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।