भैंस ने घसीटकर कर ली मालिक की जान, जिम ट्रेनर की मां को पिटबुल ने नोंचकर मार डाला
उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड से दो ऐसी खबरें आ रही हैं, जिनमें पालतू जानवरों ने अपनी मालिक की जान ले ली। इन घटनाओं को सुन कर हर काई हतप्रभ है।
हल्द्वानी के निकट स्थित कालाढूंगी के ग्राम कमोला में एक किसान की भैंस ही उसके लिए ‘यमराज’ साबित हुई। किसान जब सुबह भैंस को पशुशाला से बाहर ला रहा था, तभी भैंस ने अचानक दौड़ लगा दी और उसके गले में बंधी रस्सी में किसान का हाथ उलझ गया। भैंस किसान को घसीटते हुए कई दूर ले गई, हादसे में किसान गंभीर रूप से घायल हो गया, ग्रामीण उसे हॉस्पिटल ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जानकारी के अनुसार कालाढूंगी क्षेत्र के कमोला गांव में जगत सिंह (50) अपने परिवार के साथ रहते थे। जगत सिंह सुबह उठते ही पशुशाला में बंधे पशुओं को बाहर बांध रहे थे, तभी वो भैंस को बाहर बांधने के लिए ला रहे थे, भैंस ने अचानक दौड़ लगा दी और उसके गले में बंधी रस्सी में उसका हाथ उलझ गया। भैंस जगत सिंह को घसीटते हुए कई दूर ले गई, हादसे में जगत सिंह गंभीर रूप से घायल हो गया, ग्रामीण उसे हॉस्पिटल ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं हादसे के बाद परिवार में मातम छाया हुआ है. वहीं घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है।
लखनऊ में जिम ट्रेनर की मां को पिटबुल ने नोंचकर मार डाला
लखनऊ। कैसरबाग के बंगाली टोला निवासी सुशीला त्रिपाठी (82) को उनके घर में पल रहे पिटबुल ने मंगलवार सुबह नोंचकर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। परिजनों ने उन्हें बलरामपुर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनकी मौत हो गई। अस्पतालकर्मियों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मंगलवार देर शाम को शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सुपुर्द कर दिया। कैसरबाग के बंगाली टोला में सुशीला त्रिपाठी परिवार के साथ रहती हैं। परिवार में उनके अलावा बेटा व कई अन्य लोग हैं। एक नौकरानी भी घर में ही रहती है। बेटा अमित त्रिपाठी अलीगंज स्थित एक जिम में ट्रेनर है। घर में दो पालतू स्वान हैं। एक लैब्राडोर है तो दूसरा खूंखार पिटबुल प्रजाति का है। मंगलवार सुबह बेटा अमित जिम चला गया। वहीं सुशीला कुत्तों को छत पर टहला रही थी। इसी बीच अचानक से पिटबुल उन पर हमलावर हो गया। पिटबुल ने काटना शुरू किया। पिटबुल ने उनके शरीर पर कई जगह वार किया। पिटबुल ने पेट, सिर, चेहरा, पैर और हाथ में कई जगह अपने जबड़े से नोंच लिया। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई।
शरीर पर मिले 13 बड़े घाव के निशान: रिटायर टीचर सुशीला त्रिपाठी के शव का पोस्टमार्टम देर शाम को किया गया। पोस्टमार्टम में उनके चेहरे, पेट, सिर के पिछले हिस्से, दोनों हाथ और जांघ पर 13 जगह कुत्ते के नोंचने के निशान मिले। जब बलरामपुर से ट्रामा सेंटर पहुंचाई गई, तो उनकी मौत हो चुकी थी। शरीर में सिर और पेट पर पट्टी बंधी थी। इन बड़े 13 चोटों के अलावा कई जगह शरीर पर खरोंच के निशान भी मिले हैं।