जंगली लिंगुड़ा खाने से बीमार हुआ बुराठी परिवार, बच्चा भी खोया
चम्पावत। अमोड़ी क्षेत्र के दूरस्थ ग्राम खटोली के रहने वाले पान सिंह का परिवार जंगली लिंगुड़ा खाने से बीमार हुआ है। जंगली लिंगुड़ा खाने की वजह से परिवार के एक बच्चे की मौत भी हो गई। बीमार हुए सभी सात लोगों का जिला अस्पताल में उपचार चल रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार खटोली गांव के रहने वाले कमल सिंह बुराठी और उनके भाई पान सिंह बुराठी को उनके रिश्तेदार जंगली लिंगुड़ा देकर गए थे। 8 जुलाई को दिन में कमल सिंह के परिवार ने और शाम को पान सिंह के परिवार ने जंगली लिंगुड़े की सब्जी बना कर खाई। जिसके बाद कमल सिंह के पुत्र अंकित सिंह 11 वर्ष, संजय 17 वर्ष, पुत्री रिया 14 वर्ष की तबीयत खराब हो गई। वहीं दूसरे भाई पान सिंह के परिवार में पत्नी शांति देवी 40 वर्ष, पुत्री सरोज 18 वर्ष, पुत्र भोला सिंह 13 वर्ष, उत्तम सिंह 22 वर्ष और पवन सिंह 16 वर्ष की तबीयत खराब हो गई। बताया जाता है कि जब आसपास के लोगों को पूरे परिवार के स्वास्थ्य खराब होने में पता चला तो उन्हें लगा कि कोई देवता का चक्कर है। इस बीच पान सिंह के पुत्र पवन सिंह की तबीयत ज्यादा बिगड़ने लगी। उसको उल्टी दस्त होने लगे तो ग्रामीणों ने झाड़-फूंक शुरू कर दिया, लेकिन शाम को पवन की मौत हो गई। जिसके बाद तत्काल ग्रामीण और परिवारों के अन्य लोगों ने उन्हें जिला अस्पताल ले जाने के लिए कवायद शुरू की और तड़के चार बजे सभी बीमार जिला अस्पताल पहुंचाए गए। जिला अस्पताल में सभी का उपचार चल रहा है।