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चकराता हादसा # ड्राइवर नहीं था तो मालिक खुद ही चलाने लगा गाड़ी, 100 मीटर आगे बढ़ते ही यात्रियों समेत खाई में जा गिरी बोलेरो

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देहरादून के चकराता में हुए दर्दनाक हादसे के कारणों में शुरुआती वजह वाहन (बोलेरो) का रेग्यूलर चालक न होना सामने आ रहा है। बताया जा रहा है कि रोज वाहन चलाने वाला ड्राइवर नहीं था तो मालिक ने ही स्टेयरिंग थाम ली थी। इसके बाद जैसे ही गाड़ी 100 मीटर आगे बढ़ी तो आगे दुर्घटना हो गई। एसपी देहात स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि हादसे के कारणों के बारे में अभी ज्यादा पता नहीं चला है। स्थानीय लोगों ने बताया है कि इस गाड़ी को रोज ड्राइवर चलाता था। लेकिन, शनिवार को उसे कुछ काम था तो वह अपने गांव में उतर गया था। यह गाड़ी नरेंद्र की थी। नरेंद्र ने उससे कहा था कि वह सुबह उसे गांव से ले लेगा। यहां तक वह खुद गाड़ी चलाकर आ जाएगा। रविवार को ड्राइवर नहीं आया था। इसके चलते गाड़ी नरेंद्र ही लेकर चल दिया। 
गाड़ी में क्षमता से अधिक सवारियां बैठी हुई थीं। खचाखच गाड़ी भरे होने के कारण गाड़ी चला रहे व्यक्ति ने इस पर से नियंत्रण खो दिया और 100 मीटर दूर वाहन खाई में जा गिरा। एसपी देहात ने बताया कि यह जानकारी केवल स्थानीय लोगों ने ही दी है। घटना की और क्या वजह हैं इनके बारे में अभी जांच चल रही है। मृतकों के अंतिम संस्कार होने के बाद विस्तृत जांच की जाएगी। बताया जा रहा है कि नरेंद्र को गाड़ी चलाने का अनुभव नहीं था। इसके चलते यह हादसा होने की आशंका जताई जा रही है। पता चला है कि बोलेरो में स्थानीय लोग छानी में पशुओं के चारे की व्यवस्था करने जा रहे थे। दो लोग पास में ही घराट जाने के लिए सवार हुए थे। इन्होंने गेहूं के बोरे भी गाड़ी में लादे हुए थे। 
हादसे के बाद डीजीपी अशोक कुमार ने कहा है कि ओवरलोडिंग वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा है कि हादसा बेहद गंभीर है। क्षेत्र में पहले भी इस तरह के हादसे हुए हैं। पुलिस समय-समय पर ओवरलोडिंग वाहनों के खिलाफ कार्रवाई करती है। अब परिवहन विभाग के साथ मिलकर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस संबंध में जल्द ही विभाग के साथ समन्वय स्थापित किया जाएगा। शासन को भी इस संबंध में अवगत कराया जाएगा। ताकि, एक वृहद टीम बनाकर अभियान चलाया जा सके।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सड़क हादसे की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं। जिलाधिकारी देहरादून को जांच के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने परिवहन विभाग को सख्त निर्देश दिए कि वाहनों में ओवर लोडिंग न हो। यदि इस तरह की कोई बात आती है तो संबधित पर कड़ी कार्रवाई की जाए। वहीं हादसे की सूचना मिलते ही कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, गढ़वाल कमिश्नर व जिलाधिकारी देहरादून आर. राजेश कुमार घटना स्थल के लिए रवाना हो गए थे।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर गहरा दुख जताया है। प्रधानमंत्री ने मृतकों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की बात कही है। वहीं, घायलों को 50-50 हजार रुपये दिए जाएंगे।