चम्पावत : बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को लेकर कांग्रेस ने फूंका सीएम का पुतला
चम्पावत। जिला अस्पताल में प्रसूता के मौत मामले में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सीएम को पुतला जलाया। मंगलवार को पूर्व कांग्रेस विधायक हेमेश खर्कवाल के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने अस्पताल परिसर में एकत्र होकर सीएम के खिलाफ प्रदर्शन कर नारे लगाए। उन्होंने कहा कि जिला अस्पताल में गायनाकोलॉजिस्ट नहीं है। समाचार पत्रों में भी खबरों को प्रमुखता से प्रकाशित किया गया, लेकिन इस पर ध्यान नहीं दिया गया। पूर्व विधायक खर्कवाल ने कहा कि अस्पताल में आयुष्मान से ऑपरेशन कराने वाले मरीजों से पैसा वसूला जा रहा है, जांच के नाम पर कमेटी बनाई, लेकिन रिपोर्ट आज तक नहीं आई। कहा कि जिले में स्वास्थ्य विभाग और सरकार की लापरवाही के कारण व्यवस्थाएं पटरी पर नहीं है। प्रदर्शन में अधिवक्ता श्याम कार्की, जगत सिंह महर, पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष नरेश जोशी, विनोद बडेला, मनीष महर, विपिन जोशी, संदीप रावत, नाथ सिंह, जगदीश पांडेय, रमेश महर आदि मौजूद रहे।
दोनों गायनोकोलॉजिस्ट का वेतन रोकने के दिए निर्देश, जांच के लिए कमेटी गठित
चम्पावत में चानमारी निवासी प्रसूता अमिशा (26) की मौत मामले में गंभीरता दिखाते हुए स्वास्थ्य विभाग ने जांच कमेटी गठित कर दी है। साथ ही सीएमओ डॉ. केके अग्रवाल ने जिला अस्पताल में तैनात दोनों गायनोकोलॉजिस्ट के वेतन आहरण पर रोक लगाने के निर्देश दिए हैं। चम्पातव जिला अस्पताल में सोमवार को सामान्य प्रसव से बच्ची के जन्म के बाद प्रसूता अमिशा की तबीयत अचानक बिगड़ गई थी। चिकित्सकों ने उसे हायर सेंटर रेफर किया, निजी अस्पताल पहुंचने तक उसने दम तोड़ दिया था। मामले की जांच के लिए सीएमओ ने समिति गठित कर दी है, जिसमें उप जिला अस्पताल टनकपुर की सर्जन डॉ. प्रभा जोशी, पीएचसी बाराकोट के वरिष्ठ चिकित्सक मंजीत सिंह और प्रधान सहायक जिला चिकित्सालय चम्पावत योगेश जोशी शामिल हैं। समिति अस्पताल में तैनात एलएमओ और पीड़ित परिवार के परिजनों से पूछताछ करेगी। समिति को पांच दिन में रिपोर्ट सीएमओ कार्यालय में जमा करनी होगी। इसके अलावा अस्पताल में तैनात दोनों गायनोकोलॉजिस्ट के वेतन आहरण रोकने के निर्देश पीएमएस डॉ. पीएस खोलिया को दिए हैं।