चम्पावत : जिलाधिकारी नवनीत पांडे पहुंचे नगरूघाट मेले में, ग्रामीणों ने किया भव्य स्वागत
आगामी वर्ष नगरूघाट मेला और भव्य व दिव्य तरीके से होगा : जिलाधिकारी
लोहाघाट/चम्पावत। भारत नेपाल सीमा का विभाजन करने वाली महाकाली नदी के तट में स्थित नगरूघाट के नागार्जुन बाबा के मंदिर में बैकुंठ चतुर्दशी के अवसर पर आयोजित मेले में श्रद्धा व आस्था का सैलाब उमड़ा। नागार्जुन बाबा के प्रति सीमा के दोनों ओर भारत व नेपाल के लोग समान रूप से आस्था रखते आ रहे हैं। शताब्दियों से चले आ रहे इस मेले में जिला अधिकारी नवनीत पांडे ने अपनी उपस्थिति देकर न केवल लोगों का उत्साह बढ़ाया। ग्रामीणों ने डीएम का भव्य स्वागत किया। आजादी के बाद यहां के लोगों ने पहली बार किसी जिला अधिकारी को मेले में अपने बीच देखा। भ्रमण के दौरान जिलाधिकारी ने इस वर्ष आपदा से क्षेत्र में हुए नुकसान का नजारा भी अपनी आंखों से देखा।
मेले में विभिन्न गांवों से आ रहे जत्थों में चल रहे हैं देव डांगरों ने जिलाधिकारी को आशीर्वाद दिया। जिला पंचायत सदस्य प्रीती पाठक के प्रतिनिधि के तौर पर प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता मोहित पाठक एवं अन्य जनप्रतिनिधियों ने जिलाधिकारी को पूरे मेला एवं आपदा ग्रस्त क्षेत्र का निरीक्षण कराया। जिलाधिकारी ने लोगों से मेले के इतिहास के बारे में जानकारी प्राप्त की तथा न्याय के देवता नागार्जुन बाबा के मंदिर में दर्शन एवं पूजा अर्चना कर ज़िले के लोगों की सुख, शांति एवं समृद्धि की कामना की।
मेले में लोगों के मनोरंजन के लिए स्थानीय कलाकारों के अलावा पिथौरागढ़ से आई कला दर्पण संगीत परिषद के कलाकारों ने भरपूर मनोरंजन किया। डॉ. सतीश पांडे के संचालन में जिलाधिकारी का मेला आयोजन समिति की की ओर से भव्य स्वागत किया गया। इस दौरान मोहित पाठक ने जिलाधिकारी को क्षेत्रीय समस्याओं की जानकारी दी। कहा मुख्यमंत्री द्वारा जिले के पिछड़े क्षेत्रों के विकास में ख़ासी दिलचस्पी ली जा रही है। उन्होंने क्षेत्रीय लोगों की ओर से यहां आए पहले जिलाधिकारी के रूप में नवनीत पांडे का भावपूर्ण स्वागत करते हुए क्षेत्रीय जन समस्याओं से अवगत कराया।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने मेले के सांस्कृतिक स्वरूप को बनाए रखने के लिए लोगों को बधाई दी। कहा मेले उत्तराखंड में एक दूसरे के मिलने और संस्कृति का आदान-प्रदान करने के माध्यम रहे हैं। यहां के मेले में तो नेपाल भारत की संस्कृति का ऐसा संगम होता है कि यहां के लोगों की आपस में शताब्दियों से रोटी-बेटी के रिश्ते चले आ रहे हैं। उन्होंने कहा आगामी वर्ष में यह मेला और भव्य व दिव्य तरीके से आयोजित किया जाएगा, जिसमें ज़िला प्रशासन द्वारा पूरा सहयोग किया जाएगा।
जिलाधिकारी ने पासम-डूंगरालेटी सड़क को आपस में जोड़ने के साथ वहां मोटर पुल का निर्माण करने के अलावा आपदा से बहे पैदल पुल का निर्माण करने की भी बात कही। इससे पहले विधायक खुशाल सिंह अधिकारी की धर्मपत्नी निर्मला अधिकारी, विधायक प्रतिनिधि चांद बोहरा, सरिता अधिकारी, पुष्कर बोहरा, मंदिर कमेटी के अध्यक्ष जगदीश कलौनी, विक्रम चौहान, चंद्रकांत तिवारी, प्रेम सिंह, शिवराज कुमार, प्रवीण पांडे, महेश राम, चंचल सिंह, सोहन सिंह, शंकर सिंह, बहादुर सिंह, प्रकाश पांडे, भीम पंत, महेंद्र बोहरा, ईश्वर बोहरा, प्रियंका चंद ने जिलाधिकारी का भावपूर्ण स्वागत किया।