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चम्पावत : डीएम ने सिंचाई विभाग के अफसरों के साथ की तैयार किए जा रहे प्रस्तावों की समीक्षा

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चम्पावत। जिले में पर्यटन गतिविधियों के बढ़ाए जाने हेतु निरंतर कार्य हो रहे हैं। पर्यटन स्थलों में मूलभूत सुविधाएं मुहैया करने के साथ ही नए पर्यटन स्थलों को भी विकसित किया जा रहा है। जिले के लोहाघाट में कोलीढेक झील का निर्माण किया गया है। जहां लगातार पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हो रही है। इस झील क्षेत्र में विभिन्न अवस्थापना आदि सुविधाएं विकसित करने हेतु राजकीय सिंचाई विभाग द्वारा विभिन्न कार्य के प्रस्ताव तैयार किया जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त जिले के अन्य स्थान गंडक नदी में भी झील निर्माण, कुर्म सरोवर का निर्माण के साथ ही श्यामलाताल झील के सुधारीकरण सहित अन्य कार्य प्रस्तावित हैं।

इन्हीं कार्यों के संबंध में शुक्रवार को जिलाधिकारी नवनीत पांडे ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ एक बैठक कर जिले के विभिन्न स्थानों में प्रस्तावित परियोजनाओं के संबंध में तैयार किए जा रहे प्रस्तावों की समीक्षा की। कोलीढेक झील क्षेत्र में पर्यटन सुविधाओं को बढ़ाए जाने व झील सौंदर्यीकरण आदि कार्यों को किए जाने हेतु सिंचाई विभाग द्वारा प्रस्तावित डीपीआर की जानकारी लेते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि झील परिक्षेत्र में झील के सौंदर्यीकरण, लाइटिंग व्यवस्था कैफेट एरिया निर्माण, वाहन पार्किंग, ग्रीन पार्क निर्माण, शौचालय निर्माण सहित चारों ओर पाथवे, ट्रैक आदि कार्यों को भी डीपीआर में शामिल करने के निर्देश विभाग के अधिकारियों को दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि कोलीढेक झील में आने वाले पर्यटकों के झील में वोटिंग करने के अतिरिक्त अन्य सुविधाएं भी मिले, बच्चों के लिए एक चिल्ड्रन पार्क का भी निर्माण इस परिक्षेत्र में कराया जाए, फूड कोर्ट को खोला जाए साथ ही अन्य मनोरंजन के भी साधन उपलब्ध हों प्रस्ताव में यह सब शामिल किया जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि इनके प्रस्ताव शीघ्र तैयार कर स्वदेश दर्शन 2.0 में भेजे जाएं।

इसके साथ ही जिलाधिकारी द्वारा गंडक नदी में बनने वाली झील, कुर्म सरोवर के निर्माण तथा श्यामलाताल झील के सौंदरीकरण के कार्यों हेतु बनाए जा रहे प्रस्ताव पर भी समीक्षा करते हुए आवश्यक निर्देश दिए। बैठक में जिलाधिकारी द्वारा मुख्यमंत्री घोषणा अंतर्गत टनकपुर बनबसा हेतु बनाए जा रहे ड्रेनेज प्लान हेतु तैयार डीपीआर के बारे में भी जानकारी ली तथा निर्देश दिए कि विगत वर्षों में क्षेत्र में हुए जल भराव को देखते हुए जल निकासी के प्रस्ताव तैयार किये जाए। दोनों शहरों को भविष्य में जल निकासी की बिल्कुल भी समस्या ना हो इस हेतु बेहतर ड्रेनेज प्लान तैयार किया जाए। इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी ने शारदा घाट में सिंचाई विभाग द्वारा बाढ़ सुरक्षा हेतु कराए गए कार्य की सराहना करते हुए कहा कि शारदा नदी के अन्य क्षेत्रों में भी इसी प्रकार के बाढ़ सुरक्षा के कार्य को कराए जाने हेतु प्रस्ताव तैयार किया जाए। बैठक में अपर जिलाधिकारी हेमंत कुमार वर्मा, अधीक्षण अभियंता सिंचाई विकास श्रीवास्तव, अधिशासी अभियंता तरुण कुमार बंसल, सहायक अभियंता भवन पांडे, आर यादव, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी उपस्थित रहे।