चम्पावत : डीएम ने की 473 करोड़ की गोल्ज्यू कॉरिडोर परियोजना की समीक्षा, डेस्टिनेशन वेडिंग, ओपन-एयर थिएटर व पर्यटन के नए आयाम होंगे शामिल
गोल्ज्यू कॉरिडोर को ‘डेस्टिनेशन वेडिंग’ हब के रूप में विकसित कर देश-विदेश से पर्यटको को यहां विवाह, सामाजिक और सांस्कृतिक आयोजनों के लिए आकर्षित किया जाएगा

चम्पावत। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की ‘आदर्श चम्पावत’ की परिकल्पना को मूर्त रूप देने की दिशा में चम्पावत को धार्मिक, सांस्कृतिक और पर्यटन की दृष्टि से राज्य का एक प्रमुख केंद्र बनाने को 473 करोड़ की लागत से गोल्ज्यू कॉरिडोर मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है। डीएम मनीष कुमार ने गुरुवार को मास्टर प्लान की प्रगति की समीक्षा की। बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि यह परियोजना केवल बुनियादी ढांचा विकास नहीं है, बल्कि यह जनपद की सांस्कृतिक विरासत, धार्मिक आस्था और स्थानीय जीवनशैली को पर्यटन के माध्यम से राज्य, राष्ट्र और वैश्विक स्तर से जोड़ने का प्रयास है।



बताया गया कि गोल्ज्यू कॉरिडोर को ‘डेस्टिनेशन वेडिंग’ हब के रूप में विकसित कर देश-विदेश से पर्यटको को यहां विवाह, सामाजिक और सांस्कृतिक आयोजनों के लिए आकर्षित किया जाएगा। इससे स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे और क्षेत्र में पर्यटन आधारित अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी। परियोजना के अंतर्गत ओपन-एयर थिएटर, आधुनिक स्टेडियम, गोलू देवता कॉरिडोर, पर्यटक सुविधाओं से युक्त होटल, सामाजिक आयोजनों के लिए प्लाज़ा, व्यावसायिक गतिविधियों के लिए समर्पित क्षेत्र, पर्याप्त पार्किंग, पर्यटन जोन और सड़कों का चौड़ीकरण जैसे प्रमुख अवयव शामिल हैं।
जिलाधिकारी ने सभी संबंधित विभागों को निर्देशित किया कि कार्य आपसी समन्वय, पारदर्शिता एवं गुणवत्ता के साथ समयबद्ध रूप में पूर्ण किए जाएं। उन्होंने कहा कि सभी योजनाएं मास्टर प्लान की समग्र दृष्टि के अनुरूप हों, ताकि भविष्य में किसी प्रकार का टकराव न हो और एकीकृत विकास संभव हो सके। जिलाधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि यह परियोजना स्थानीय संस्कृति और पर्यावरण की मर्यादाओं के अनुरूप तैयार की जाए। उन्होंने कहा, ‘गोल्ज्यू कॉरिडोर’ जनपद चम्पावत की सांस्कृतिक आत्मा का आधुनिक पर्यटन से संवाद है और इसके माध्यम से चम्पावत न केवल राज्य बल्कि देश के पर्यटन मानचित्र पर एक विशिष्ट स्थान प्राप्त करेगा। बैठक में अपर जिलाधिकारी जयवर्धन शर्मा, उप जिलाधिकारी चम्पावत अनुराग आर्य, एसपीए दिल्ली के विशेषज्ञ, पुलिस क्षेत्राधिकारी शिवराज सिंह राणा, यूयूएसडीए अंकित आर्या, एआरटीओ मनोज कुमार, ईई लोनिवि एमसी पलड़िया सहित सभी सम्बन्धित विभाग के अधिकारीगण व अन्य उपस्थित रहे।

