चम्पावत : धूरा पंचायत में बनी दो करोड़ की योजना भी नहीं बुझा पा रही ग्रामीणों की प्यास, ग्रामीण सीएम से करेंगे शिकायत

चम्पावत। जल जीवन मिशन योजना के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी ‘हर घर नल, हर घर जल’ योजना को संबंधित विभाग पलीता लगा रहे हैं। इसकी बानगी आदर्श जनपद चम्पावत में देखने को मिल रही है। देश की आजादी में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले धूरा चौड़ाकोट के सात स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के गांव धूरा पंचायत में दो करोड़ रुपये से अधिक की लागत की पम्पिंग पेयजल योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है। आलम ये है कि योजना से ग्रामीणों को बरसात के मौसम में भी पेयजल नसीब नहीं हो सका।

ग्रामीणों के अनुसार योजना के बनने से देश की आजादी के 78 वर्षों में बूंद बूंद पानी को तरस रहे धूरा चौड़ाकोट गांव में बड़ी खुशी और उत्साह था, लेकिन दो करोड़ की लागत से निर्मित पेयजल योजना सफेद हांथी साबित हो गयी है। बरसात के मौसम में भी पीने का पानी नहीं मिल सका, जबकि कनेक्शन के नाम पर प्रति परिवार से दो सौ रुपए ऐंठ लिए गए। अब तीसरे दिन दो चार बाल्टी पानी कुछ परिवारों को मिल रहा है, जो नाकाफी है। तल्ला पाल विलौन संघर्ष समिति सूखीढांग के संयोजक पंडित शंकर दत्त जोशी ने बताया कि शीघ्र समिति और ग्रामीणों का एक शिष्टमंडल देहरादून जाकर मुख्यमंत्री से जल जीवन मिशन के अंतर्गत बनी समस्त योजनाओं की जांच कर दोषियों को दंडित कर वसूली किए जाने की मांग करेगी। उन्होंने कहा कि पेयजल लाइनों में पुराने पाइप जोड़ कर भ्रष्टाचार की जुगलबंदी का भारी खेल हुआ है। जिसकी जांच होनी चाहिए। कहा कि सरकारी धन की बंदरबांट के विरुद्ध जन आंदोलन चलाया जाएगा।



