चम्पावत : पूर्व विधायक ने अतिक्रमण के नाम पर उजाड़े जा रहे लोगों की पीड़ा को लेकर सीएम को ज्ञापन भेजा

चम्पावत। गुरुवार को पूर्व विधायक हेमेश खर्कवाल के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने वर्षों से राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे अपनी आजीविका चला रहे ग्रामीण लोगों की भूमि एवं भवनों को ना उजाड़े जाने की मांग को लेकर जिलाधिकारी नवनीत पाण्डेय के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया।


ज्ञापन में कहा गया है कि वर्तमान में टनकपुर-चम्पावत राष्ट्रीय राजमार्ग से अतिक्रमण हटाये जाने के नाम पर वर्षों से एनएच किनारे अपनी आजीविका चला रहे लोगों की दुकानों व ढाबों को चिन्हित कर नोटिस जारी किए गए हैं। जिससे वर्षों से आजिविका चला रहे लोगों को भारी नुक्सान उठाना पड़ेगा पड़ेगा एवं उन्हें अपने परिवार का भरण-पोषण के लिए काफी परेशानीयों का सामना करना पड़ेगा। राष्ट्रीय राजमार्ग में आजिविका चला रहे लोग अत्यधिक गरीब एवं मजदूर व्यक्ति हैं। जिनके पास दुकान एवं ढाबों के अलावा अन्य कोई व्यवसाय नहीं है। मांग की गई है कि ग्रामीण लोगों की समस्याओं को देखते हुए अतिक्रमण में आने वाले लोगों को या तो अन्य कहीं उचित स्थान पर भूमि एवं रोजगार के साधन उपलब्ध कराया जाए या उनके दुकान एवं ढाबों को कोई नुक्सान न पहुंचाया जाए। इस मौके पर एडवोकेट श्याम सिंह कार्की, ब्लॉक अध्यक्ष अमोड़ी प्रताप सिंह महाराना, किसान प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष जगदीश पांडे, पूर्व प्रधान जगत सिंह महर, पूर्व सभासद नरेश जोशी, जिला अध्यक्ष यूथ कांग्रेस विनोद बड़ेला, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष युवा कांग्रेस विमल पाण्डेय, पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष नाथ सिंह बोहरा, राज गिरी, प्रमोद बड़ेला दिग्विजय कार्की आदि मौजूद रहे।
वहीं शुक्रवार को पूर्व विधायक हेमेश खर्कवाल ने टनकपुर राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे में वर्षो से अपनी आजीविका चला रहे ढाबा संचालकों से मुलाकात कर उनके दर्द को समझा। पूर्व विधायक ने बताया कि इस दौरान लोगों मे तानाशाह सरकार के खिलाफ काफी आक्रोश देखने को मिला। उन्होंने कहा सड़कों के किनारे अपनी आजीविका अर्जन कर रहे छोटे-छोटे दुकानदारों, ढाबों संचालकों आदि को अतिक्रमण के नाम पर हटाया तो जा रहा है, लेकिन अभी तक सरकार ने उनके लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की है। सरकार को प्रभावित होने वाले छोटे छोटे दुकानदारों व अन्य के भविष्य को लेकर विचार करना चाहिए।
