चम्पावत : मरीजों को अब सीटी स्कैन के लिए नहीं लगानी होगी जिले से बाहर की दौड़
चम्पावत। मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र चम्पावत के लोगों को सीटी स्कैन के लिए अब जिले से बाहर की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। जिला अस्पताल में सीटी स्कैन का ट्रायल कर लिया गया है। पिछले साल से लोग सीटी स्कैन मशीन के संचालन का इंतजार कर रहे थे। करीब 10 माह बाद लोगों को इसकी सुविधा मिलेगी।
चम्पावत जिला अस्पताल में जुलाई से सीटी स्कैन मशीन का लाभ लोगों को मिलना शुरू हो जाएगा। सरकारी दर पर लोगों का सीटी स्कैन किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग ने इसकी तैयारी कर ली है। सीटी स्कैन मशीन संचालन के लिए पांच कर्मियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। तब तक मशीन संचालन के लिए अस्थायी तौर पर व्यवस्था की जाएगी। चम्पावत के लोगों को 10 माह बाद सीटी स्कैन परीक्षण का लाभ मिलने लगेगा। पिछले साल सितंबर से अस्पताल में सीटी स्कैन मशीन पहुंच गई थी, लेकिन इसका संचालन बिजली संबंधी समस्या के कारण नहीं हो सका था। तब से मशीन अस्पताल में धूल फांक रही थी।
250 किलोवाट क्षमता का ट्रांसफार्मर लगाने और बिजली लाइन बिछाने के लिए बजट की कमी के कारण सीटी स्कैन का संचालन शुरू नहीं हो सका था। शासन से 58 लाख का बजट मिलने के बाद यूपीसीएल ने फरवरी से ट्रांसफार्मर और बिजली लाइन बिछाने के साथ ही सीटी स्कैन कक्ष का भी निर्माण किया गया। एसीएमओ डॉ. कुलदीप यादव ने बताया कि इस माह सीटी स्कैन मशीन इंस्टाल करने के बाद इसका सफल ट्रायल भी कर लिया है। पांच कर्मियों को सीटी स्कैन मशीन संचालन के लिए आठ दिन तक प्रशिक्षण दिया जाएगा।
अब नहीं पड़ेगा जेब पर भार
चम्पावत। जिला अस्पताल में सीटी स्कैन मशीन का संचालन जुलाई माह से शुरू होने के बाद लोगों की जेब पर भार नहीं पड़ेगा। लोगों को सीटी स्कैन कराने के लिए फिलहाल पिथौरागढ़, हल्द्वानी, रुद्रपुर, बरेली जाना पड़ता है। इससे उन पर आर्थिक भार पड़ने के साथ ही समय की बर्बादी होती थी। सीएमओ डॉ. केके अग्रवाल ने बताया कि मांसपेशियों और हड्डियों की स्थितियों, हड्डी के फ्रेक्चर, ट्यूमर संक्रमण, रक्त का थक्का, फेफड़ों में गांठें आदि की वास्तविक स्थिति सीटी स्कैन से पता चलती है। जुलाई में इसका संचालन किया जाएगा।