चम्पावत : इसी सत्र से शुरू होगा का नर्सिंग कॉलेज, चार प्रोफेसरों की तैनाती हुई
चम्पावत। जिले में इसी सत्र से एकीकृत नर्सिंग कॉलेज (आईएनसी) शुरू हो जाएगा। इसी के साथ ऑक्जलरी नर्सिंग मिडवाइफ (एएनएम) और जनरल नर्सिंग एंड मिडवाइफर (जीएनएम) की कक्षाओं का संचालन हो जाएगा। कॉलेज के लिए बाकायदा चार प्रोफेसरों की तैनाती कर दी गई है। सभी प्रोफेसरों ने कार्यभार ग्रहण कर लिया है।
आईएनसी के लिए ताराचौड़ पुनेठी में वर्ष 2016 से भवन निर्माण कार्य शुरू हुआ। करीब 23.62 करोड़ रुपये से इस भवन में कक्षा भवन, प्रशासनिक भवन, छात्रावास का निर्माण पूरा करने के साथ भवन के चिकित्सा शिक्षा विभाग को हस्तांतरित करने की प्रक्रिया चल रही है। कुल 267 छात्र-छात्राओं की क्षमता वाले आईएनसी का संचालन इसी सत्र से शुरू हो जाएगा। इसकी मान्यता के लिए आवेदन किया गया है। तीन सहायक प्रोफेसर और एक एसोसिएट प्रोफेसर को यहां भेजा गया है। कॉलेज का संचालन शुरू होने से छात्र-छात्राओं को नर्सिंग की पढ़ाई के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा। इससे धन और समय की बचत होगी। अस्पतालों में भी नर्सिंग स्टाफ की कमी दूर हो सकेगी।
आईसीयू के संचालन में भी सहयोग करेंगे प्रोफेसर
चम्पावत। आईएनसी के संचालन में अगर किसी कारण से देरी होती है तो यहां तैनात प्रोफेसरों का उपयोग दूसरे रूप में किया जाएगा। सीएमओ डॉ. केके अग्रवाल का कहना है कि कॉलेज का संचालन शुरू होने तक प्रोफेसरों के सहयोग से जिला अस्पताल के आईसीयू को चलाया जाएगा।
इन प्रोफेसरों की हुई तैनाती
सहायक प्रोफेसर : डॉ. हरिकांत शर्मा, डॉ. ज्योति गोदियाल, डॉ. रुपाली वर्मा।
एसोसिएट प्रोफेसर : डॉ. रश्मि रावत।
एक ब्लॉक को छोड़कर आईएनसी के भवन का शेष काम पूरा हो गया है। बिजली और पानी का कनेक्शन भी लग चुका है। भवन हस्तांतरण के लिए चिकित्सा शिक्षा विभाग ने समिति बनाई थी। पिछले दिनों इसका मुआयना करने के बाद हस्तांतरण की कार्यवाही की जा रही है। मान्यता दिलाने के बाद चिकित्सा शिक्षा विभाग इसी सत्र से कॉलेज का संचालन कराएगा। इसके लिए तीन सहायक प्रोफेसर और एक एसोसिएट प्रोफेसर की तैनाती कर दी गई है। डॉ. केके अग्रवाल, सीएमओ, चम्पावत