चम्पावत : अधिकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन को करें फील्ड विजिट, मॉनिटरिंग भी करें
जिला स्तरीय सहकारी विकास समिति की बैठक सम्पन्न, सहकारिता, कृषि, स्वास्थ्य व ग्रामीण आजीविका योजनाओं की हुई व्यापक समीक्षा

चम्पावत। जिलाधिकारी मनीष कुमार की अध्यक्षता में जिलाधिकारी कैंप कार्यालय में जिला स्तरीय सहकारी विकास समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में सहकारिता, कृषि, पशुपालन, मत्स्य, उद्यान, स्वास्थ्य और डिजिटल सेवाओं से संबंधित योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुए आगामी दिशा-निर्देश दिए गए।
बैठक में जिला सहायक निबंधक ने बताया कि राज्य निबंधक द्वारा जनपद को 28 नई मल्टी-प्रपज प्राइमरी एग्रीकल्चरल क्रेडिट सोसाइटी (MPACS) के गठन का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। 213 ग्राम पंचायतों में दुग्ध सहकारी समितियों का गठन, निष्क्रिय समितियों का चिन्हीकरण व पुनर्सक्रियकरण, 10 मत्स्य सहकारी समितियों की सक्रियता, और 2 नए गठन प्रस्तावित हैं। 2025 को अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष के रूप में मनाते हुए 4 फरवरी से 20 दिसंबर तक विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा लिलियम की खेती को प्रोत्साहन देने पर बल दिया गया, जिस पर बताया गया कि लोहाघाट क्षेत्र के 100 कृषक इस कार्य में लगे हैं।
अन्न भंडारण योजना में MPACS देवीधूरा व टनकपुर समितियों को चयनित किया गया है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि जन औषधि केंद्र को जिला अस्पताल में स्थानांतरित कर ग्रामीण क्षेत्रों जैसे मंच, चौड़ापिता व चल्थी में भी केंद्र स्थापित किए जाएं। पुराने सरकारी भवनों में केंद्र खोलने की संभावनाएं भी तलाशी जाएंगी। जनपद की सभी 23 एमपैक्सों का ई-डिस्ट्रिक्ट पंजीकरण पूर्ण हो चुका है, और CSC केंद्रों के माध्यम से बिजली-पानी बिल, फॉर्म भरना, प्रिंट आदि सेवाएं दी जा रही हैं। 5 समितियों में आधार सेवा केंद्र खोलने हेतु निबंधक को प्रस्ताव भेजा गया है।
माधो सिंह भंडारी योजना में बाराकोट ब्लॉक के 15 कृषकों की 1000 नाली भूमि चयनित की गई है। पोल्ट्री वैली योजना में 28 लाभार्थियों को 1.80 लाख का ब्याजमुक्त ऋण एवं अब तक 12,000 चूजों का वितरण किया गया है। मधुमक्खी पालन योजना में 20 लाभार्थियों को 1.30 लाख प्रति व्यक्ति के हिसाब से ऋण स्वीकृत किया गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि ‘सहकारिता के माध्यम से स्वास्थ्य, रोजगार और कृषि क्षेत्रों में मजबूती लाई जा रही है। सभी अधिकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन को फील्ड विजिट करें और निरंतर मॉनिटरिंग करें।’ बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डॉ. जी.एस. खाती, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. वसुंधरा गर्ब्याल, मुख्य कृषि अधिकारी नपत कुमार, जिला उद्यान अधिकारी सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।


