चम्पावत : लोहाघाट में नाबालिग से छेड़छाड़ के मामले का पुलिस ने किया खुलासा, बालक भी है नाबालिग, पुलिस का दावा कि लड़की अपनी मर्जी से गई थी बालक के साथ
चम्पावत/लोहाघाट। चम्पावत जिले के थाना लोहाघाट क्षेत्र अंतर्गत 13 वर्षीय नाबालिग बालिका से तीन-चार युवकों द्वारा स्कूल को जाते समय नशीला पदार्थ सुंघाकर अपहरण तथा सुनसान जगह ले जाकर छेड़खानी करने के मामले का पुलिस ने पटाक्षेप कर दिया है। पुलिस के अनुसार घटना में चार युवक शामिल नहीं थे। केवल एक युवक ने घटना को अंजाम दिया था। वहीं कहा जा रहा है कि परिवार ने डर की वजह से पूरी घटना की कहानी गढ़ी थी।
मामले की जानकारी होने के बाद पुलिस अधीक्षक अजय गणपति ने एक्शन लिया और लोहाघाट थाने में मुकदमा FIR No- 44/24 अंतर्गत धारा 74/123 BNS तथा 7/8 पॉक्सो अधिनियम पंजीकृत किया और विवेचना महिला उप निरीक्षक अंजू यादव के सुपुर्द की गई। एसपी के निर्देश पर सीओ वंदना वर्मा ने मौका मुआयना किया। साथ ही पीड़िता के बयान भी लिए। इसके बाद घटना के खुलासे के लिए पुलिस की तीन टीमों का गठन किया गया। पुलिस की एक टीम ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले। वहीं दूसरी टीम ने सर्विलांस के माध्यम से लोगों को ट्रेस किया। तीसरी टीम ने गवाहों के बयान अंकित किए। मामले की संदिग्धता को देखते हुए पुलिस टीमों के साथ-साथ एसओजी टीम को भी नियुक्त किया गया।
पुलिस टीमों द्वारा लगातार सीसीटीवी, मोबाईल सर्विलांस तथा गवाहों के बयान अंकित करने के उपरान्त उक्त घटना में संलिप्त 15 वर्षीय विधि का उल्लघन करने वाला बालक को प्रभार में लेकर न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया। विधि का उल्लंघन करने वाला बालक द्वारा अपने बयानों में पीडिता से पूर्व से जान पहचान होने तथा दोनों द्वारा एक साथ स्वयं की मर्जी से जाने सम्बन्धी बयान अंकित कराये गये। पीड़िता द्वारा भी अपने बयानों में विधि का उल्लघन करने वाले बालक से पूर्व से जान पहचान होने तथा आपसी सहमति से विधि का उल्लघंन करने वाले बालक के घर जाने सम्बन्धित बयान अंकित कराये गये है।
एसपी अजय गणपति ने गुरुवार देर शाम घटना का पर्दाफाश करते हुए बताया कि पीड़िता के पिता की तहरीर पर पुलिस ने बुधवार को अज्ञात के विरुद्ध पॉक्सो, बीएनएस की धारा 74, 123 में केस दर्ज जांच शुरू कर दी थी। मामले की जांच के लिए तीन टीमें घटित की थीं। टीमों ने आसपास के 40 सीसीटीवी, परिजनों, संदिग्धों की काॅल डिटेल खंगाली। तीसरी टीम ने गवाहों के बयान लिए। बृहस्पतिवार को पीड़िता के मजिस्ट्रेट के सामने बयान हुए। नाबालिग पीड़िता और नाबालिग किशोर एक दूसरे को लंबे समय से जानते थे। पिछले एक माह से वह लगातार मिल रहे थे।
पीड़िता के मेडिकल परीक्षण में शारीरिक संबंध बनाने की पुष्टि हुई है। परिवार के भय से पीड़िता ने चार युवकों के सुनसान जगह ले जाने की झूठी कहानी रची। एसपी गणपति ने बताया कि सीसीटीवी और बयानों से इसकी पुष्टि नहीं हुई। मामले में संबंधित धाराएं जोड़ी और घटाई जाएंगी। नाबालिग को न्यायालय में पेश करने के बाद बाल सुधार गृह अल्मोड़ा भेज दिया गया। सीओ वंदना वर्मा के नेतृत्व में लोहाघाट निरीक्षक अशोक कुमार, एसआई मीनाक्षी नौटियाल, एसओजी मनीष खत्री ने मामले के खुलासे में अहम भूमिका निभाई।