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चम्पावत : एसीएमओ पर लगे आरोपों की होगी जांच, शासन के निर्देश पर डीएम ने जांच कमेटी गठित की

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चम्पावत। जनपद चम्पावत में स्वास्थ्य महकमे के उस अफसर के खिलाफ अब जांच शुरू होगी, जिस पर महिला कार्मिकों के साथ अभद्रता करने के साथ ही उत्पीड़न व मानसिक रूप से परेशान करने का आरोप लगा है। अफसर पर आरोप लगने के बाद चम्पावत के विभिन्न संगठनों में खासा रोष है। भाजपा के तमाम नेता भी उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही किए जाने की मांग कर रहे थे। उन्होंने चम्पावत के जिला प्रभारी सचिव को ज्ञापन भी दिया था। शासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए मामले की जांच के निर्देश दिए हैं।

एसीएमओ के पद पर प्रभारी के रूप में कार्य करने के दौरान एनएचएम के अन्तर्गत कार्यरत सीएचओ डॉ. कुलदीप यादव पर महिला कार्मिकों के साथ अभद्रता एवं मानसिक उत्पीड़न किए जाने के आरोप लगे थे। इसको लेकर भाजपा नेताओं के साथ ही विभिन्न संगठनों ने कल ही जिला के प्रभारी सचिव को ज्ञापन दिया था। इसके बाद चिकित्सा विभाग के अफसरों ने आनन फानन में उन्हें बचाने के लिए उन्हें एसीएमओ के पद से हटाए जाने के बजाय उनके अनुरोध पर उनसे कार्यभार वापस लिया गया था। स्वास्थ्य महकमे के अधिकारी अपने अफसर को बचाने के लिए तिकड़म लगाने लगे थे, लेकिन शासन ने मामले को गंभीरता से लिया है। उत्तराखंड शासन ने इस मामले में डीएम को जांच कराए जाने के निर्देश दिए हैं। शासन के निर्देश पर डीएम ने जांच कमेटी का गठन कर दिया है।


जिलाधिकारी नवनीत पांडे ने बताया है कि अपर जिलाधिकारी हेमंत कुमार वर्मा की अध्यक्षता में 3 सदस्यीय जांच समिति का गठन किया गया है। जिसमें उप जिलाधिकारी लोहाघाट रिंकु बिष्ट तथा प्रभारी मुख्य चिकित्साधीक्षक उप जिला चिकित्सालय लोहाघाट सोनाली मंडल को सदस्य नियुक्त किया गया है। जिलाधिकारी ने जांच समिति को सभी पक्षों को सुनवाई का युक्तियुक्त अवसर देते हुए स्पष्ट जांच आख्या 2 जुलाई 2024 तक उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं, ताकि शासन द्वारा दिए गए निर्देशानुसार एक सप्ताह में रिपोर्ट शासन को भेजी जा सके।