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जनपद में विकासात्मक मुद्दों पर जिलाधिकारी संग चम्पावत विकास संघर्ष समिति ने किया मंथन

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चम्पावत। जिलाधिकारी मनीष कुमार ने बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में चम्पावत विकास संघर्ष समिति के सदस्यों के साथ बैठक कर जनपद के विभिन्न विकासात्मक और नीतिगत मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की। बैठक में समिति के पदाधिकारियों ने जनपद में चिकित्सा, पर्यटन, सड़क, खेल, उच्च शिक्षा और सार्वजनिक सुविधाओं से जुड़े मुद्दों पर जिलाधिकारी का ध्यान आकर्षित किया। प्रमुख सुझावों में मुख्यालय में बेस हॉस्पिटल एवं मेडिकल कॉलेज की स्थापना, डिप्टेश्वर झील का पर्यटन केंद्र के रूप में विकास, खेल स्टेडियम का निर्माण, आईटीआई में व्यवहारिक विषयों का समावेश, तथा सार्वजनिक स्थानों पर शौचालयों की उपलब्धता शामिल रही।

जिलाधिकारी ने सभी प्रस्तावों और सुझावों को गंभीरता से सुनते हुए अवगत कराया कि कई परियोजनाओं पर कार्यवाही पहले से गतिमान है और शीघ्र ही उनके परिणाम धरातल पर दिखाई देंगे। खेल स्टेडियम के विषय में बताया कि गोल्ज्यू कॉरिडोर योजना के अंतर्गत मुख्यालय में स्टेडियम प्रस्तावित है, जिस पर समिति ने सहमति भी व्यक्त की। बेस हॉस्पिटल और मेडिकल कॉलेज के संबंध में जिलाधिकारी ने समिति से भी सहयोग की अपेक्षा जताई और आवश्यक कार्यवाही का आश्वासन भी दिया। डिप्टेश्वर झील के विकास के लिए सभी हितधारकों को एक मंच पर लाने तथा ऐसी रणनीति बनाने पर सहमति बनी, जिससे यह झील चम्पावत मुख्यालय में पर्यटन का प्रमुख आकर्षण बन सके।

जिलाधिकारी ने संघर्ष समिति से आग्रह किया कि इस प्रकार की बैठकें नियमित रूप से आयोजित हों, ताकि कार्यों की प्रगति और जनपद के विकास को सही दिशा मिल सके। बैठक में सीडीओ डॉ. जीएस खाती, एडीएम जयवर्धन शर्मा सहित संघर्ष समिति के अध्यक्ष बसंत तड़ागी, हरेंद्र बोहरा, दिनेश पांडेय, जनार्दन चिलकोटी, लोकमणि पंत, विनोद वर्मा, रमेश मनराल, मोहन चौधरी, मोहन बिष्ट, रमेश पुनेठा, हरीश चौधरी, दान सिंह कठायत, रजत तड़ागी, दिनेश चौड़ाकोटी आदि उपस्थित रहे।

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