चम्पावत : गोलडांडा के ग्रामीणों ने सड़क के लिए किया प्रदर्शन, कहा- रोड नहीं तो वोट नहीं
चम्पावत। जनपद के दूरस्थ गांव गोलडांडा क्षेत्र के लोग बिनवालगांव- छीड़ाकॉन सड़क नहीं बनने से परेशान हैं। सड़क की मांग को लगातार अनसुना किए जाने से नाराज लोगों ने अब लोकसभा चुनाव के बहिष्कार की चेतावनी दी है। ऐलान किया है कि रोड नहीं तो वोट नहीं।
शुक्रवार 15 मार्च को गोलडांडा की प्रधान मीनाक्षी देवी की अध्यक्षता में ग्रामीणों ने गांव में बैठक कर सड़क न बनने के विरोध में इस बार लोकसभा चुनाव के बहिष्कार का निर्णय लिया। इस दौरान ग्रामीणों ने सांकेतिक प्रदर्शन भी किया। कहा गया कि सड़क नहीं होने से इस क्षेत्र के 11 गांवों के लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। ग्रामीणों ने कहा कि आजादी के 75 वर्ष बाद भी पाटी क्षेत्र के बिनवाल गांव, गोलडांडा, तोला रैकुड़ी, कलियाधूरा, छीड़ाकॉन समेत कई गांव सड़क से वंचित हैं। इस वजह से ग्रामीणों को खासी दुश्वारियों का सामना करना होता है। कहा कि 2008 से लंबित बिनवाल गांव- छीड़कॉन मोटर मार्ग को बनाए जाने को लेकर शासन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। नेताओं ने बार बार घोषणाएं कर ग्रामीणों को ठगा है। अब वे नेताओं के बहकावे में नहीं आने वाले हैं। ग्रामीणों का कहना है कि सड़क नहीं बनने की वजह से वे 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के बहिष्कार का ऐलान करते हैं। बताया गया कि पाटी ब्लॉक के बिनवालगांव से कलियाधुरा की 16 किलोमीटर लंबी सड़क का ऐलान 16 अगस्त 2021 मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया था, लेकिन अब तक इस सड़क में काम शुरू नहीं हो सका है। सड़क की कमी से यहां के गांवों में पलायन बढने के साथ यहां रह रहे लोगों की मुसीबत बढ़ रही है। प्रदर्शन करने वालों में मोहन सिंह, प्रकाश सिंह, पुष्कर चंद्र, गणेश सिंह, दीपक चंद्र, पूरन सिंह, मदन सिंह, गीता देवी, भगवती, किशन सिंह, नीमा देवी, पान सिंह, त्रिलोचन, बची देवी, बसंती पुष्पा, धीरज चंद्र आदि शामिल रहे। वहीं लोक निर्माण विभाग का कहना है कि सड़क की कटिंग में 8721 हेक्टेयर वन क्षेत्र आ रहा है। वन अनापत्ति नहीं मिलने से सड़क की कटिंग शुरू नहीं हो सकी है। वन अनापत्ति दूर करने के प्रयास किए जा रहे हैं।