चम्पावत : महिला ने पेड़ पर चढ़ कर बचाई जान, दो घंटे तक नीचे मडराता रहा तेंदुआ
चम्पावत। बडोली गांव में घास काटने गई महिलाओं की जान उस वक्त आफत में पड़ गई, जब उन पर तेंदुए ने झपटने की कोशिश की। घबराई महिलाओं ने शोर मचाया तो ग्रामीण मौके पर पहुंचे। तब जाकर गुलदार किसी तरह मौके से भागा।
बुधवार को बडोली गांव की मोहनी देवी, लक्ष्मी देवी, सरली देवी, उमा देवी, दुर्गा देवी सहित अन्य महिलाएं पालतू जानवरों के लिए घास काटने के लिए जंगल गई हुई थीं। इस दौरान जंगल में घात लगाए बैठे तेंदुए ने महिलाओं पर अचानक हमला बोल दिया। गनीमत रही कि महिलाओं की समझदारी ने एक बड़ा हादसा होने से बचा लिया। इस दौरान मोहनी देवी पत्नी प्रकाश चंद्र अकेली जंगल में फंस गई। और जान बचाने के लिए बड़े पेड़ में चढ़ गई। दो घंटे तक वह मौत और जीवन से संघर्ष करती रही और तेंदुआ नीचे मंडराता रहा। जिसके बाद सभी ग्रामीण हल्ला गुल्ला और शोर शराब करते हुए जंगल पहुंचे ग्रामीणों के आने पर तेंदुआ भाग गया, तब जाके महिला की जान में जान आई। गनीमत रही कि एक बड़ा हादसा होने से बाल बाल बच गया। ग्राम प्रधान तनुजा थ्वाल, सामाजिक कार्यकर्ता प्रकाश चंद्र, उमेश चंद्र रमेश चंद्र आदि ग्रामीणों ने वन विभाग से जल्द से जल्द गांव में गश्त करने और तेंदुए से निजात दिलाने की मांग उठाई है। रेंजर दिनेश जोशी ने बताया कि बडोली गांव में तेंदुए के आतंक की सूचना प्राप्त होते ही टीम को मौके पर भेज दिया गया है। साथ ही विभाग की ओर से आवश्यकीय कार्यवाही की जाएगी और ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यकीय कदम उठाए जाएंगे। कहा कि गांवों में विभाग की ओर से जागरूकता कार्यक्रम और जंगल जाने वाली महिलाओं को झुंड में जाने के लिए भी जागरूक किया जा रहा है।