जनपद चम्पावत

विश्व पुस्तक मेले में चम्पावत की संस्कृति को मिलेगी पहचान, ‘चम्पावत का सांस्कृतिक वैभव’ पुस्तक भी है उपलब्ध

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नई दिल्ली के प्रगति मैदान में चल रहे विश्व पुस्तक मेले में चम्पावत की लोककला, संस्कृति एवं पर्यटन पर आधारित पुस्तक ‘चम्पावत का सांस्कृतिक वैभव’ भी उपलब्ध है। विगत वर्ष यह पुस्तक सीसीआरटी संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार से प्रकाशित हुई थी। पुस्तक के लेखक शिक्षक इन्द्र लाल वर्मा ने बताया कि पुस्तक सांस्कृतिक स्रोत एवं संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के स्टाल नंबर 286, हॉल नंबर 2 में प्रदर्शित है। लेखक द्वारा चम्पावत की संस्कृति एवं पर्यटन विकास के दृष्टिगत इससे पूर्व भी तत्कालीन जिलाधिकारी दीपेंद्र चौधरी के दिशा निर्देशन में पुस्तकें प्रकाशित की गई हैं।
मालूम हो कि यह पुस्तक मेला 5 मार्च तक चलेगा और इसकी टाइमिंग सुबह 11 से रात 8 बजे तक होगी। इस वर्ष दो साल बाद इस पुस्तक मेले का आयोजन फिजिकल मोड में किया जा रहा है। दुनिया के सबसे बड़े पुस्तक मेलों में से एक नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला इस बार अपनी 50 साल की यात्रा का उत्सव मना रहा है। इस मेले का आयोजन भारतीय व्यापार संवर्धन संगठन (ITBP) के सहयोग से शिक्षा मंत्रालय के अधीनस्‍थ भारत सरकार के एक स्वायत्त संगठन नेशनल बुक ट्रस्ट द्वारा किया जा रहा है। इस बार मेले की थीम आजादी का अमृत महोत्सव है। इस 9 दिवसीय पुस्तक मेले में बड़ी संख्या में भारतीय और विदेशी प्रकाशक नवनिर्मित अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी केंद्र में पुस्तकों का एक विशाल संग्रह देखने को मिलेगा।

नवीन सिंह देउपा

नवीन सिंह देउपा सम्पादक चम्पावत खबर प्रधान कार्यालय :- देउपा स्टेट, चम्पावत, उत्तराखंड