चम्पावत के डीएम भंडारी पहुंचे जिले के दूरस्थ गांव कठौल, चौपाल लगाकर ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं
चम्पावत। जिलाधिकारी नरेंद्र सिंह भंडारी ग्रामीणों की समस्याओं के समाधान को लगातार दूरस्थ क्षेत्रों में जाकर चौपाल लगा रहे हैं। ग्रामीणों की समस्याएं सुन कर तमाम का मौके पर ही निस्तारण भी करा रहे हैं। विभिन्न विभागों से संबंधित समस्याओं के समाधान को समय निर्धारित किया जा रहा है। साथ ही उनकी समीक्षा भी लगातार की जा रही है। शुक्रवार को डीएम जनपद के दूरस्थ एवं अति दुर्गम क्षेत्र में स्थित कठौल गांप पहुंचे। जहां उन्होंने ग्रामीणों के साथ बैठक कर समस्याएं सुनीं। जिसके बाद वे पैदल चलकर प्रसिद्ध बाबा ब्यानधुरा मंदिर पहुंचे और पूजा अर्चना कर जिले की सुख शांति एवं विकास की कांमना की। साथ ही उन्होंने मंदिर की व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया। इस मंदिर में वर्षभर लाखों की संख्या में भक्त दर्शन के लिए आते हैं।

कठौल गांव में ग्रामीणों की विभिन्न समस्याओं को सुनते हुए जिलाधिकारी ने अवगत कराया कि मुख्यमंत्री घोषणा अन्तर्गत गाँव को सड़क सुविधा से जोड़े जाने हेतु सड़क का निर्माण किया जा रहा है। धुरा से ब्यानधुरा तक 38 किमी सड़क स्वीकृत के अतिरिक्त एक 200 मीटर स्पान का मोटर पुल स्वीकृत है तथा कठौल गाँव को जोड़े जाने हेतु एक झुला पुल भी स्वीकृत है। लोनिवि द्वारा कार्यवाही की जा रही है। ग्रामीणों द्वारा गाँव में स्वास्थ्य सम्बंधी सुविधा मुहैया कराए जाने की मांग पर जिलाधिकारी ने कहा कि शीघ्र ही गाँव में चिकित्सा विभाग द्वारा एक स्वास्थ्य शिविर लगाया जाएगा तथा पशुओं के उपचार हेतु भी पशुपालन विभाग की टीम गाँव में पशु कैंप लगाएगी। जिलाधिकारी ने कहा कि गाँव में अब नियमित रूप से समय समय पर स्वास्थ्य एवं पशुपालन विभाग द्वारा चिकित्सा कैंप का आयोजन किया जाएगा। इस हेतु विभागों को निर्देश जारी किये गये।
गाँव में 4 व्यक्तियों द्वारा बीमारी के इलाज हेतु आर्थिक मदद की भी मांग जिलाधिकारी के सम्मुख रखी। जिस पर जिलाधिकारी ने कहा कि उन्हें जिला रेडक्रॉस समिति के माध्यम से आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। इस सम्बंध में जिलाधिकारी ने क्षेत्रीय राजस्व उपनिरीक्षक को ऐसे व्यक्तियों की सूची तैयार करने के निर्देश दिये। कठौल गाँव को जोड़ने वाली विद्युत लाइन के पोल जो नदी क्षेत्र में होने के कारण वर्षात में क्षतिग्रस्त हो जाते हैं उन्हें अन्यत्र शिफ्ट किए जाने की ग्रामीणों की मांग पर जिलाधिकारी ने कहा कि शीघ्र ही विद्युत विभाग की टीम को गाँव में भेजकर प्रस्ताव तैयार किया जाएगा।
ग्रामीणों द्वारा वुडम हाईस्कूल का उच्चीकरण किए जाने की भी मांग रखी गई। जिस पर जिलाधिकारी ने मौके पर उपस्थित खण्ड शिक्षाधिकारी को प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिये, इसके साथ ही क्षेत्रवासियों द्वारा जीआईसी डांडा में अतिरिक्त विषय स्वीकृत कराने अध्यापकों की तैनाती किए जाने, दुर्गापीपल विद्यालय की छत मरम्मत किए जाने प्राथमिक विद्यालय कठौल में शौचालय निर्माण किए जाने की भी मांग रखी गई। जिस पर खण्ड शिक्षा अधिकारी को तत्काल कार्यवाही के निर्देश दिये गए।
इसके अतिरिक्त ग्रामीणों द्वारा ब्यानधुरा मंदिर तक पेयजल लाइन निर्माण किए जाने, मंदिर परिसर में महिलाओं हेतु टिनशेड का निर्माण किए जाने, मंदिर क्षेत्र में फलदार एवं फूलों के पौधों का वन विभाग के माध्यम से रोपण किए जाने, मंदिर का सौंदर्यीकरण किए जाने, ककराली गेट से कठौल तक वन विभाग की सड़क का सुधारीकरण किए जाने, कठौल गाँव में कुछ स्थानों में संपर्क मार्ग बनाए जाने की मांग ग्रामीणों द्वारा जिलाधिकारी के सम्मुख रखी गई। जिस पर जिलाधिकारी ने सम्बंधित विभागों को तत्काल समाधान के निर्देश देते हुए ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि उनकी प्रत्येक समस्या का समाधान एवं निस्तारण किया जाएगा। इस दौरान जिलाधिकारी द्वारा कठौल गांव में सिंचाई विभाग द्वारा 3 किलोमीटर में किए जाने वाले बाढ़ सुरक्षा के कार्यों के संबंध में की जा रही कार्यवाही के बारे में सिंचाई विभाग के अधिकारियों से जानकारी लेते हुए स्थलीय निरीक्षण भी किया। इस दौरान ग्राम प्रधान बुडम (कठौल) मोहन सिंह, ग्राम प्रधान डांडा प्रेम सिंह बोहरा, उप जिला अधिकारी टनकपुर सुंदर सिंह, जिला विकास अधिकारी एसके पंत, खण्ड विकास अधिकारी केएस रावत, खण्ड शिक्षा अधिकारी भारत जोशी, सहायक अभियंता सिंचाई आरके यादव, रेंज अधिकारी वन विभाग महेश बिष्ट, आरसी जोशी, सीएस उप्रेती, सीएस सकलानी, नेचर गाइड सौरभ कलखुड़िया, सामाजिक कार्यकर्ता मोहन चन्द्र गड़कोटी, पवन महरा, कनिष्ठ अभियंता लोनिवि तनुजा देव सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी कर्मचारी व ग्रामीण उपस्थित रहे।
