चम्पावत के प्रभारी सचिव चंद्रेश यादव ने जनपद मुख्यालय के लिए प्रस्तावित तीन बड़ी योजनाओं की समीक्षा की, गोरल चौड़ क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण भी किया

चम्पावत। चम्पावत मास्टर प्लान के अन्तर्गत जिला मुख्यालय में विभिन्न अवस्थापना, आदि सुविधाओं को विकसित करने के लिए अनेक विकास कार्य प्रस्तावित किए जा रहे हैं। इसी के अंतर्गत जिला मुख्यालय स्थित गोरलचौड़ क्षेत्र के विकास को मुख्यमंत्री घोषणा के अंतर्गत विभिन्न कार्यों को शामिल करते हुए बृहद कार्य योजना तैयार की जा रही है। इसी प्रकार जिला मुख्यालय में स्थित रोडवेज बस अड्डा स्थल में भी बहुउपयोगी टर्मिनल का निर्माण, चम्पावत जिला मुख्यालय में 24×7 पेयजल आपूर्ति के लिए एडीबी सहायतित परियोजना अंतर्गत पेयजल क्षमता दोगुनी किए जाने को स्वीकृत परियोजना के निर्माण के सम्बंध में सचिव राजस्व परिषद व जनपद चम्पावत के प्रभारी सचिव एवं कार्यक्रम निदेशक यूयूएसडीए चंद्रेश यादव द्वारा जिला मुख्यालय स्थित गोरलचौड़ क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण के साथ ही नगरपालिका सभागार चम्पावत में तीनों परियोजनाओं के सम्बंध में अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए इनकी समीक्षा की।



बैठक में सर्वप्रथम चम्पावत जिला मुख्यालय हेतु यूयूएसडीए के माध्यम से एडीबी सहातित परियोजना जिसमें चम्पावत मुख्यालय में पेयजल व्यवस्था 24×7 सुचारू किए जाने, पेयजल क्षमता बढ़ाए जाने (दो गुना किए जाने) के लिए प्रस्तावित परियोजना हेतु तैयार प्रस्ताव व प्रारंभ होने जा रहे कार्यों आदि की समीक्षा की गई। प्रस्तावित परियोजना के सम्बंध में परियोजना प्रबंधक अंकित आर्य ने अवगत कराया कि चम्पावत जिला मुख्यालय में वर्तमान में जल संचय क्षमता 1730 किलोलीटर से बढ़ाकर उसे दोगुना 3500 किलोलीटर किया जाएगा। इस हेतु 160 किलोमीटर पेयजल लाईन व 3.5 MLD जल शोधन संयंत्र स्थापित किया जायेगा, जिससे स्वचालित वितरण प्रणाली के साथ ही उपभोक्ताओं/जनता को 24×7 पेयजल आपूर्ति की जाएगी। इसके लिए 164.29 करोड़ रुपये की धनराशि प्राप्त है। परियोजना अंतर्गत विभिन्न कार्य होंगे। कहा कि कार्य आगामी जुलाई मांह के प्रथम सप्ताह से प्रारंभ हो जाएगा। इस संबंध में सचिव ने विभाग को निर्देश दिए कि परियोजना अंतर्गत किए जाने वाले कार्यों में पूर्ण गुणवत्ता पारदर्शिता व समयबद्धता का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि जल स्रोतों के संवर्धन का भी कार्य किया जाए।
बैठक में दूसरी महत्वपूर्ण परियोजना जो गौरलचौड़ क्षेत्र के विकास हेतु मुख्यमंत्री द्वारा की गई विभिन्न घोषणाओं को सम्मिलित करते हुए एक बृहद परियोजना तैयार की गई है, जिसके अन्तर्गत एक स्पोर्ट्स स्टेडियम का निर्माण, गोल्ज्यू कोरिडोर का निर्माण, मल्टी स्टोरी पार्किंग, मनोरंजन/फनजोन, फूड जोन, होटल का निर्माण कर क्षेत्र को विकसित किया जाएगा। इस परियोजना की डीपीआर उत्तराखंड पेयजल निर्माण निगम के माध्यम से तैयार की जा रही है, वर्तमान तक तैयार डीपीआर के संबंध में जनपद प्रभारी सचिव को प्रस्तुतिकरण के माध्यम से संबंधित एजेंसी द्वारा अवगत कराया गया। परियोजनान्तर्गत गोरल चौड़ मैदान में 400 मीटर ट्रैक के स्टेडियम के साथ ही बहुउद्देशीय हॉल, पार्किंग सुविधा, हॉकी फील्ड, बैडमिंटन आदि हॉल के साथ ही कैफिटेरिया एरिया रखी गई है। परियोजना अंतर्गत क्षेत्रान्तर्गत गोल्ज्यू कोरिडोर भी बनाया जाएगा, जिसके अन्तर्गत मंदिर क्षेत्र का विकास, सौन्दर्यकरण आदि के कार्य किए जाएंगे। व गोरल देवता की बड़ी प्रतिमा भी स्थापित किए जाने के अतिरिक्त क्षेत्र में एक बृहद कार पार्किंग, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, होटल रेस्टोरेंट का निर्माण, हैरीटेज कॉरिडोर का निर्माण, पार्क का निर्माण, मनोरंजन स्थल हेतु गेमजोन के साथ ही अन्य कार्य किए जाएंगे। क्षेत्र में खेल गतिविधियों व अधिक संख्या में पर्यटकों के आने पर उन्हें उन्हें पार्किंग सुविधा हेतु 500 वाहनों की क्षमता हेतु कार पार्किंग का भी निर्माण क्षेत्र में अलग अलग जगह किया जाना प्रस्तावित है।
बैठक में इस सम्बन्ध में सचिव चंद्रेश यादव ने कहा कि गोरल चौड़ क्षेत्र हेतु तैयार यह बृहद परियोजना मुख्यमंत्री का एक ड्रीम प्रोजेक्ट है। इसे हर हाल में मूर्त रूप देना है। इस हेतु शीघ्रता से डीपीआर को अंतिम रूप देते हुए शासन को प्रस्ताव भेजें। उन्होंने इस संबंध में जिलाधिकारी को भी आवश्यक निर्देश दिये, ताकि तैयार डीपीआर को एडीबी सहायतित परियोजना में स्वीकृत किया जा सके। अवगत कराया कि परियोजना की प्रथम अनुमानित लागत लगभग 350 करोड़ है। इसी प्रकार तीसरी परियोजना जिसके अंतर्गत जिला मुख्यालय में स्थित बस अड्डे में बहुउद्देशीय बस टर्मिनल का निर्माण प्रस्तावित है। जिसकी भी डीपीआर उत्तराखण्ड पेयजल निर्माण निगम द्वारा तैयार की गई है, जिसे प्रस्तुतीकरण के माध्यम प्रस्तुत किया गया। जिसके अन्तर्गत वर्तमान बस अड्डा चम्पावत स्थल में बहुउपयोगी बस टर्मिनल का निर्माण प्रस्तावित है। जिसमें विभिन्न सुविधाओं को विकसित किया जाएगा। जिसमें 12 बसें एक समय में रुकने की क्षमता, परिवहन कार्यालय का निर्माण के साथ ही एक बृहद कार पार्किग, बारात घर, व्यावसायिक प्रतिष्ठान, मल्टीप्लैक्स फूडकोड/ रेस्टोरेंट का प्राविधान किया गया है, जिसकी अनुमानित लागत लगभग 70 करोड़ रखी गई है, इसी प्रकार प्रस्ताव तैयार किए गये हैं। बैठक में जिलाधिकारी नवनीत पाण्डे, यूयूएसडीए के अपर कार्यक्रम निदेशक विनय मिश्रा, उप कार्यक्रम निदेशक संजय तिवारी, एसडीएम सदर सौरभ असवाल सहित विभिन्न अधिकारी उपस्थित रहे।
