जनपद चम्पावतटनकपुर

चम्पावत में रक्षाबंधन गिफ्ट को लेकर मची महिलाओं में अफरा-तफरी, पुलिस के लिए हालात संभालना हुआ मुश्किल

ख़बर शेयर करें -

चम्पावत। रक्षाबंधन समारोह में चम्पावत के गोरलचौड़ मैदान पर आए सीएम पुष्कर सिंह धामी के जाने के बाद उपहार के लिए महिलाओं में अफरा तफरी मच गई। उपहार बांटने को लगाया गया स्टॉल भी महिलाओं की भीड़ ने तोड़ डाला। भीड़ नियंत्रित करने के लिए बुलाई महिला पुलिस भी बेदम दिखी। अनियंत्रित भीड़ में पांच से अधिक महिलाएं चोटिल भी हो गई। डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद हालात काबू में आए।
शनिवार को चम्पावत के गौरलचौड़ मैदान में रक्षाबंधन महोत्सव कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें सीएम पुष्कर सिंह धामी ने शिरकत की और महिलाओं से राखी बंधवाई। एक घंटे तक चले रक्षाबंधन समारोह कार्यक्रम के समापन के बाद सीएम ने सभी महिलाओं से पास में लगे स्टॉल से उपहार लेने को कहा। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जैसे ही कार्यक्रम स्थल से सीएम रवाना हुए यहां महिलाओं की भारी भीड़ ने अफरा.तफरी का माहौल बना दिया। उपहार पाने के लिए महिलाओं की भीड़ ने बैरिकेडिंग तोड़ दी और स्टॉल के अंदर घुस खुद पेटियां फाड़ कर सामान लेने लगे। धीरे.धीरे हालात बेकाबू हो गए और कई महिलाएं इस भीड़ में घायल हो गई। डेढ़ घंटे तक चले हंगामे ने जिला प्रशासन की व्यवस्थाओं की भी पोल खोल कर रख दी। भाजपा नेता श्याम नारायण पांडेय और त्रिलोक गिरि ने काफी कोशिश की लेकिन अफरातफरी के बीच हालात बेकाबू हो गए।

वहीं टनकपुर के गांधी मैदान में शाम को हुए ऐसे ही कार्यक्रम में भी अफरातफरी मची। बताया जा रहा है कि एक महिला तुलसी देवी का गलोबंद खो गया। महिला पुलिस को बुलाकर व्यवस्था बनाने का प्रयास किया गया।

आशा कार्यकर्ताओं ने लगाया आरोप
चम्पावत। कार्यक्रम में उपहार न मिलने से आशा कार्यकर्ताओं में गहरा गुस्सा है। आशा संगठन की जिलाध्यक्ष सरस्वती पुनेठा का कहना है कि वे न तो सीएम को राखी बांध सके न सीएम से मिल सके और न ही सीएम की ओर से उन्हें उपहार मिल सके। सीएमओ ने फोन कर कार्यक्रम में बुलाया था और उन्हें यहां सम्मान के लिए तरसना पड़ा। मामले में कोषाध्यक्ष पुष्पा बिष्टए रुकमणि जोशी सहित 35 से अधिक आशा कार्यकर्ताओं ने नाराजगी जताई।

डीएम नरेंद्र सिंह भंडारी ने कहा है कि रक्षाबंधन समारोह में सीएम पुष्कर सिंह धामी की ओर से दिए गए उपहारों को व्यवस्थित तरीके से बंटवाने के लिए नोडल अधिकारी को जिम्मेदारी दी गई थी। अफरातफरी क्यों और कैसे मचीघ् इसका पता लगाएंगे। वहीं उपहार के बगैर गईं महिलाओं के नाम.पतों की जानकारी लेकर उपहार उनके घर भिजवाएंगे। वहीं सीडीओ आरएस रावत ने कहा है कि उपहार वितरण के लिए अधिकारी लगाए गए थे। 80 महिलाओं को उपहार नहीं मिले। महिलाओं की संख्या अधिक होने से अफरातफरी जरूर रही लेकिन स्थिति संभाल ली गई।

Ad