मुख्यमंत्री की घोषणा पर होने लगा है अमल, मां पूर्णागिरि धाम में विकास के लिए ड्रोन से होगा सर्वे


टनकपुर। मां पूर्णागिरि धाम को विकसित करने की कवायद तेज हो गई है। ग्रामीण निर्माण विभाग की टीम ने पूर्णागिरि धाम का दौरा कर मुख्यमंत्री की घोषणाओं में शामिल योजनाओं के लिए प्राथमिक सर्वे किया। जिसके बाद डीपीआर बनाकर शासन को भेजी जाएगी।
शनिवार को ग्रामीण निर्माण विभाग के एई प्रमोद कुमार वर्मा व आर्किटेक अंशुल जोशी ने पूर्णागिरि में प्रस्तावित विभिन्न विकास योजनाओं के लिए भूमि का निरीक्षण किया। मंदिर समिति के उपाध्यक्ष नीरज पांडेय, सचिव सुरेश तिवारी ने बताया कि अधिकारियों ने ड्रोन से अस्पताल और पार्किंग समेत अन्य विकास कार्यो का सर्वेक्षण करने का आश्वासन दिया है। बताया कि ठूलीगाड़ में कार पार्किंग स्थल बनाए जाने, भैरव मंदिर में स्थाई अस्पताल का निर्माण, टनकपुर जौलजीबी व चूका में सड़क निर्माण, प्राचीन धूनी स्थल और नवदुर्गा ज्योति दर्शन बनाए जाने और काली मंदिर से मुख्य मंदिर मार्ग पर लगी स्टील रैलिंग और जालियों का निर्माण समेत अन्य बातें अधिकारियों को बताई हैं। एई वर्मा ने बताया कि जल्द ड्रोन के जरिए सर्वे के बाद डीपीआर तैयार की जाएगी। जिसके बाद इसका प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा। स्वीकृति मिलने के बाद पूर्णागिरि धाम में विकास कार्यों का एक सिरे से निर्माण तेजी से होगा।

मुख्य रूप से इन कार्यों के लिए बनेगी डीपीआर
लादीगाड़ पंपिंग योजना, मोबाइल नेटवर्क बेहतर करना, हाईटेक शौचालय और स्नानागार, पूर्णागिरि क्षेत्र में अस्पताल खोलना, काली मंदिर से मुख्य मंदिर तक परिक्रमा पथ, पूर्णागिरि के बेस कैंप ठुलीगाड़ में 500 बड़े वाहनों का पार्किंग स्थल, भैरव मंदिर क्षेत्र में एक हजार छोटे वाहन (कार, जीप) का पार्किंग स्थल, ठूलीगाड़-भैरव मंदिर सड़क का चौड़ीकरण, पूर्णागिरि, रणकोची व चरण मंदिर को जोड़ना, पौराणिक मार्ग को ठीक करने के अलावा भैरव मंदिर खर्राटाक-चूका तक सड़क निर्माण ।
मां पूर्णागिरि धाम से लगे गांव में भी होगा सुविधाओं का विस्तार
टनकपुर। धार्मिक और आर्थिक नजरिये से महत्वपूर्ण पूर्णागिरि धाम में होली बाद से तीन माह के सरकारी मेले के अलावा शेष अवधि में भी श्रद्धालुओं की आवाजाही रहती है। हर साल 50 लाख से अधिक श्रद्धालु यहां आते हैं। पूर्णागिरि धाम के नजदीक सेलागाड़, कोटकेंद्री, खर्राटाक आदि गांव हैं लेकिन सुविधाओं की कमी से खर्राटाक आबादी शून्य हो गया है जबकि कोटकेंद्री गांव में तेजी से पलायन हुआ है। इन सबके मद्देनजर विधानसभा में चम्पावत का प्रतिनिधित्व कर रहे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मां पूर्णागिरि धाम क्षेत्र के समग्र विकास की घोषणा की थी। ये स्थलीय निरीक्षण सीएम की घोषणा को साकार करने का प्रयास है।
