सीएम धामी पहुंच रहे उत्तरकाशी, आज रात में ही निकाले जा सकते हैं फंसे हुए मजदूर, जानें ताजा अपडेट, प्रशासन ने ‘पुष्कर’ के परिजनों को वीडियो पर दिखाया सुरंग के हाल, भावुक हुए माता-पिता
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी देहरादून से उत्तरकाशी के लिए रवाना हो गए हैं। वे रात में उत्तरकाशी-यमनोत्री मार्ग पर स्थित सिल्कयारा टनल में चल रहे राहत एवं बचाव कार्य का जायजा लेंगे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पंतनगर से देहरादून लौटने के उपरांत सिल्कयारा टनल में चल रहे ऑपरेशन रेस्क्यू की प्रगति की समीक्षा हेतु उत्तरकाशी के लिए प्रस्थान किया। उत्तरकाशी में ही करेंगे रात्रि विश्राम। फंसे हुए श्रमिकों के शीघ्र रेस्क्यू को लेकर मुख्यमंत्री श्री धामी आशान्वित।
सिलक्यारा टनल रेस्क्यू ऑपरेशन के संबंध में बुधवार को 4:15 pm में अस्थाई मीडिया सेंटर, सिलक्यारा में प्रेस ब्रीफिंग की गई। इस दौरान प्रधानमंत्री के पूर्व सलाहकार एवं उत्तराखंड सरकार के विशेष कार्याधिकारी भास्कर खुल्बे ने बताया कि ऑगर मशीन से पुनः ड्रिलिंग शुरू करते हुए कुल 39 मीटर से अतिरिक्त 6 मीटर, इस प्रकार कुल 45 मीटर तक ड्रिलिंग पूरी कर ली गई है। उन्होंने कहा आने वाला समय और अधिक महत्वपूर्ण है। अगले फेज को ड्रिलिंग शुरू कर ली गई है। इस दौरान एम.डी (एनएचआईडीसीएल ) महमूद अहमद, जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला, पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी मौजूद रहे।
प्रशासन ने ‘पुष्कर’ के परिजनों को वीडियो पर दिखाया सुरंग के हाल, भावुक हुए माता-पिता
टनकपुर। उत्तरकाशी की निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग में फंसे पुष्कर सिंह ऐरी की मां गंगा देवी और पिता राम सिंह ऐरी को भरोसा देने के लिए प्रशासन की टीम मंगलवार को उनके छीनीगोठ घर गई। टनकपुर के नायब तहसीलदार जगदीश गिरि, विधायक प्रतिनिधि दीपक रजवार और भाजपा जिला महामंत्री पूरन सिंह महर ने घर पहुंचकर पुष्कर के माता-पिता को मोबाइल वीडियो से सुरंग के भीतर फंसे मजदूरों की तस्वीर दिखाई।
उप जिला अस्पताल के डॉ. मोहम्मद उमर ने मौके पर पुष्कर के माता-पिता का स्वास्थ्य परीक्षण किया। उनमें रक्तचाप में उतार चढ़ाव के अलावा बेचैनी के लक्षण है। डॉ. उमर ने दवा देने के साथ ही सब्र रखने को कहा। भोजन करने और पर्याप्त नींद लेने की सलाह दी। टनकपुर के छीनीगोठ गांव का 24 साल का पुष्कर सिंह ऐरी पिछले एक साल से उत्तरकाशी में निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग में ऑपरेटर है। 12 नवंबर को 40 अन्य लोगों के साथ वह भी सुरंग में फंस गया।
ईश्वर पर है भरोसा, सुरक्षित आएगा भाई पुष्कर: विक्रम
12 नवंबर से सुरंग में फंसे पुष्कर सिंह ऐरी की राह देखते-देखते बड़े भाई विक्रम सिंह ऐरी की आंखें थक गई हैं, लेकिन उन्हें उम्मीद है कि भाई और अन्य लोग जल्द ही सुरंग से सुरक्षित बाहर निकल आएंगे। मंगलवार को फोन पर बात करते हुए रोडवेज में चालक विक्रम सिंह ऐरी ने बताया कि उत्तरकाशी का प्रशासन और आपदा प्रबंधन सहित अन्य विशेषज्ञ बचाव के सारे उपाय कर रहे हैं। बाहर से मंगाई गई मशीन से ड्रिलिंग की कोशिश हो रही है। सोमवार तक सूखे मेवे के अलावा कंप्रेसर से ऑक्सीजन पहुंचाई जा रही थी। मंगलवार को खाना भेजने की बात कही जा रही है। इससे विक्रम आशावादी हैं। कहते हैं कि ईश्वर ने चाहा तो भाई जरूर सुरक्षित बाहर आएंगे। वे रोज सुबह-शाम फोन कर माता-पिता को भी भरोसा दे रहे हैं।
