सीएम धामी ने सौ दिनों में चम्पावत के विकास को लगा दी घोषणाओं की झड़ी, मॉडल जिला बनाने को विभाग कर रहे मिशन मोड पर कार्य, कई घोषणाओं पर कार्य है प्रगति पर
चम्पावत। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के चम्पावत विधानसभा से सदस्य चुने जाने के सौ दिन पूरे हो गए हैं। इन 100 दिनों में जिले में अनेक विकास कार्य संपन्न होने के साथ ही चम्पावत जिले को एक आदर्श जिला बनाए जाने की मुख्यमंत्री की परिकल्पना को साकार करने को लेकर अधिकांश विभागों ने मिशन मोड पर कार्य प्रारम्भ कर दिए हैं। विभिन्न विभागों के विभागीय एवं शासन स्तर के अधिकारियों द्वारा चम्पावत जिले में पहुंचकर विकास कार्यों के प्रस्ताव तैयार कर खाका तैयार करते हुए धरातल स्तर पर कार्य प्रारम्भ कर लिया गया है। शासन एवं विभागीय स्तर पर चम्पावत जिले को एक मॉडल जिला बनाए जाने हेतु सभी विभागों द्वारा तत्परता से कार्य किए जा रहे हैं। जनपद स्तर पर जिलाधिकारी नरेन्द्र सिंह भण्डारी द्वारा समय समय पर सभी विभागों के साथ निरंतर विकास कार्यों की समीक्षा भी की जा रही है। इसके अतिरिक्त शासन स्तर भी अनेक बैठकें, गोष्ठियां सेमिनार आदि कर परियोजनाओं पर कार्य किया जा रहा है।
विगत 100 दिनों के भीतर मुख्यमंती के अतिरिक्त अन्य मंत्रियों ने भी जिले का भ्रमण कर विकास कार्यों की समीक्षा की गई तथा इस दिशा में लगातार कार्य किए जा रहे हैं। स्वयं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा विगत 100 दिनों में जिले के भ्रमण पर पंहुचकर जहाँ एक ओर अनेक विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया वहीं जिले के विकास हेतु अनेक घोषणाएं भी कीं। सीएम धामी द्वारा जिले के विकास हेतु की गयी 61 घोषणाओं में अनेक में शासनादेश व स्वीकृति मिलने के साथ ही उन्हें धरातल पर लाये जाने हेतु तत्परता से कार्य किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त इन 100 दिनों में जिले के समुचित विकास हेतु अनेक कार्य जिले में प्रारंभ हुए हैं।
मुख्यमंत्री के प्रयासों से जिले में कोका कोला कंपनी के सहयोग से 100 सेब के बागान विकसित किए जा रहे हैं। जिनमें ढाई सौ सेब के पौधे निशुल्क कास्तकारों के बगीचे में लगाए जा रहे हैं। वर्तमान तक 30 सेब के बगीचे तैयार कर लिए गए हैं। जिले के बनबसा एवं टनकपुर क्षेत्र में सिडकुल की स्थापना हेतु भूमि का चयन कर सिडकुल की स्थापना हेतु कार्यवाही गतिमान है। जनपद में महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़े जाने हेतु एवं उनके उत्पादों को बाजार एवं बेहतर मूल्य दिलाएं जाने हेतु ग्रोथ सेंटर का निर्माण कर उनका संचालन प्रारंभ किया जा रहा है। जनपद में बनबसा, टनकपुर, श्यामलाताल व लोहाघाट में ग्रोथ सेंटर संचालित है। मुख्यमंत्री द्वारा जिले में 7 अन्य स्थानों में ग्रोथ सेंटर स्थापित किए जाने हेतु घोषणा की गई है।जिसके अनुरूप कार्य किया जा रहा है। जिले के सीमांत क्षेत्रों में संचार सुविधाओं की समस्या के समाधान हेतु मुख्यमंत्री के प्रयासों से सीमांत क्षेत्रों के 18 स्थानों में बीएसएनएल के टावर स्थापित होंगे जिनका लाभ सीमांत के ग्रामीणों को मिलेगा।
आम जनता की समस्याओं के समाधान हेतु विधानसभा चम्पावत के अंतर्गत जिला मुख्यालय एवं टनकपुर में मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय खोले गए हैं। जिनके माध्यम से क्षेत्र की जनता की समस्याएं सुनी जा रही हैं तथा उनका त्वरित समाधान किया जा रहा है। चम्पावत जिले के विकास हेतु एक रोडमैप तैयार हो गया हैं। जिले में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं हेतु मुख्यमंत्री द्वारा जिला पुस्तकालय चम्पावत में पुस्तकें, फर्नीचर, इंटरनेट आदि सुविधा प्रदान करने हेतु अपनी विधायक निधि से 10 लाख की धनराशि भी प्रदान की गई। जिससे युवा लाभ ले रहे हैं। इसके अतिरिक्त जिले में शिक्षा के उन्नयन हेतु विभिन्न घोषणाएं मुख्यमंत्री द्वारा करने के साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में कार्य किया जा रहा है। जिले की सड़क सुविधाओं को बढ़ाए जाने हेतु अनेक सड़कों की घोषणाएं मुख्यमंत्री द्वारा अपने जनपद भ्रमण के दौरान की गई है। जिस पर कार्यवाही गतिमान है। इसके साथ ही महत्वपूर्ण सड़क सूखीढांग डांडामीनार सड़क में डामरीकरण एवम सुधारीकरण करने हेतु प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति भी इन 100 दिनों में शासन से प्राप्त हुई। चम्पावत मुख्यालय में ट्रंचिंग ग्राउंड निर्माण हेतु 50 नाली भूमि शहरी विकास विभाग को हस्तांतरित हुई। महत्वपूर्ण क्वेराला पंपिंग योजना की टेस्टिंग का कार्य इन दिनों में सफलतापूर्वक संपन्न हो गया है।शीघ्र ही पंपिंग योजना से जनता को शुद्ध पेयजल की आपूर्ति की जाएगी। चम्पावत और टनकपुर को स्मार्ट सिटी बनाने की कवायद तेज हो गई है। तामली के रुपालीगाड़ तक सड़क निर्माण की स्वीकृति की गई। जिससे सीमांत क्षेत्र को लाभ प्राप्त होगा।
टनकपुर क्षेत्र अंतर्गत नायकगोठ-थ्वालखेड़ा को जोड़ने हेतु 125 मीटर लंबा मोटर पुल जिसकी लागत 13 करोड़ 70 लाख की है की स्वीकृति प्रदान की गई। जिला चम्पावत में क्रिटिकल केयर यूनिट की स्थापना हेतु कार्यवाही गतिमान है। टनकपुर में आईएसबीटी की तर्ज पर बस अड्डे के निर्माण हेतु भी कार्यवाही गतिमान है। बनबसा में मिनी स्टेडियम निर्माण हेतु कार्यवाही गतिमान है। जिला मुख्यालय में शूटिंग रेंज का निर्माण हेतु भी कार्य गतिमान है। इसके अतिरिक्त इन 100 दिनों में जनपद में अनेक विकास कार्य संपन्न होने के साथ ही विभिन्न कार्यों हेतु शासन स्तर से वित्तीय एवं प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान करने के साथ ही कार्यवाही गतिमान है।
मुख्यमंत्री द्वारा चम्पावत जिले के विकास हेतु की गई घोषणाएं
विधानसभा क्षेत्र चम्पावत के अंतर्गत बनबसा में गैस एजेंसी खोली जाएगी। जनपद चम्पावत को अखिल भारतीय स्तर पर पर्यटन मानचित्र में लाने के लिए पर्यटन विभाग विशेष योजना तैयार करेगा। जनपद चम्पावत के पर्यटन आवास गृह का भव्य निर्माण एवं इससे संबंधित सभी शासनादेश जारी किए जाएंगे। चाय बागान से हिंगला देवी मंदिर तक रोपवे मार्ग बनाया जाएगा। विधानसभा चम्पावत के अंतर्गत सभी पर्यटक आवास गृहों को सुदृढ़ किया जाएगा। सिप्टी वाटरफॉल का सौंदर्यीकरण एवं गूल का निर्माण कार्य किया जाएगा। चम्पावत में पैराग्लाइडिंग हेतु भौतिक संरचना एवं प्रशिक्षण कार्य हेतु कार्य कराए जाएंगे। जिले में राष्ट्रीय स्तर की रिवर राफ्टिंग का आयोजन किया जाएगा। चम्पावत में एडवेंचर पार्क का निर्माण किया जाएगा प्रमुख मंदिरों को मानस खण्ड कॉरिडोर के रूप में विकसित किया जाएगा। विधानसभा क्षेत्र चम्पावत के अंतर्गत माँ पूर्णागिरि मंदिर क्षेत्र व देवीधुरा मंदिर क्षेत्र का विकास प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा। विधानसभा क्षेत्र चम्पावत के अंतर्गत गोलू देवता घोड़ाखाल गोलू देवता व चितई गोलू देवता को मिलाकर एक विशेष गोल्ज्यू कॉरिडोर बनाया जाएगा। विधानसभा क्षेत्र चम्पावत के बनबसा में स्टेडियम के निर्माण किया जाएगा। चम्पावत में शूटिंग रेंज के निर्माण किया जाएगा। बनबसा में मिनी स्टेडियम का निर्माण किया जाएगा। चम्पावत में जिला पुस्तकालय हेतु 10 लाख की स्वीकृति। शारदा नदी के दाएं और बाएं पार्श्व में स्थित ग्राम कठौल एवं किचैल की सुरक्षा हेतु बाढ़ सुरक्षा योजना बनाई जाएगी। शारदा नदी के दाएँ पार्श्व में घसियारा मण्डी बसती में शारदा नदी के किनारे बाढ़ सुरक्षा योजना बनाई जाएगी। उचौलिगोठ में शारदा नदी के दाएं पार्श्व में स्नान घाट का निर्माण किया जाएगा। क्वेराला नदी के दाएं पार्श्व में स्थित ग्राम झालाकूड़ी की सुरक्षा हेतु बाढ़ सुरक्षा योजना बनाई जाएगी। शारदा नदी के दाएं और बाएं पार्श्व में स्थित ग्राम कठौल एवं किचैल की सुरक्षा के लिए बाढ़ सुरक्षा योजना का निर्माण कार्य किया जाएगा। विधानसभा क्षेत्र चम्पावत के अंतर्गत आपदा न्यूनीकरण उपायों के अंतर्गत ग्राम उचौलिगोठ से गैंडाखाली नं 1 तक शारदा नदी के मुख्य धारा में चैनलाइजेशन ड्रेजिंग का कार्य किया जाएगा। विधानसभा क्षेत्र चम्पावत के अंतर्गत नाबार्ड मद के अंतर्गत उत्तराखंड के जनपद चम्पावत तहसील पूर्णागिरि टनकपुर के अंतर्गत हुड्डी नदी के बाँये पार्श्व पर स्थित ग्राम बमनपुरी की सुरक्षा हेतु बढ़ सुरक्षा योजना का निर्माण किया जाएगा। टनकपुर में शारदा नदी के दाएं पार्श्व पर स्थित ग्राम गैंडाखाली में बाढ़ सुरक्षा योजना का कार्य किया जाएगा। बूम से टनकपुर तक शारदा नदी में तटबंध बनाया जाएगा। चम्पावत के अंतर्गत चम्पावत-धामीसौन-खेतीखान मोटर मार्ग का निर्माण किया जाएगा। चम्पावत क्षेत्र में गोरखनाथ मंदिर सड़क का चौड़ीकरण किया जाएगा। चम्पावत में हिगलादेवी मंदिर मोटर मार्ग का चौड़ीकरण व सुधारीकरण किया जाएगा।
चम्पावत क्षेत्र के अंतर्गत कालूखान-गुरौली मोटर मार्ग का निर्माण किया जाएगा। विधानसभा क्षेत्र चम्पावत के अंतर्गत हनुमानगढ़ी गैंडाखाली खेतखेड़ा में निर्माण कार्य किया जाएगा। विधानसभा क्षेत्र चम्पावत के अंतर्गत ककरालीगेट-ठुलीगाड़. भैरव मंदिर मोटर मार्ग को राज्य मार्ग के रूप में परिवर्तित किया जाएगा। विधानसभा क्षेत्र चम्पावत के अंतर्गत सुखिढांग-डांडा-मीनार-रीठा साहिब मार्ग को राज्य मार्ग के रूप में परिवर्तित किया जाएगा। सूखिढांग शायमलाताल मोटर मार्ग को राज्य मार्ग के रूप में परिवर्तित किया जाएगा। घाट. पंचेश्वर सड़क के अवशेष कार्य का निर्माण किया जाएगा। दयुरी-चल्थी मोटर मार्ग का नव निर्माण किया जाएगा। सुखिढांग से डांडा मीनार मार्ग का पुनः निर्माण व डामरीकरण किया जाएगा। चम्पावत-खेतीखान 5 किमी पैदल मार्ग का निर्माण किया जाएगा। सल्ली से मंच तक सड़क मार्ग का निर्माण किया जाएगा। बनबसा में सिडकुल का निर्माण सीघ्र किया जाएगा। जिसके लिए भूमि का सर्वे कार्य हो चुका है। जिले में नाबार्ड मद से औद्योगिक विकास किया जाएगा। टनकपुर में नवनिर्मित नए ट्रामा सेंटर में नए फर्नीचर आदि की व्यवस्था कर उसे संचालित किया जयेगा। अमोड़ी में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खोला जाएगा। चम्पावत के अंतर्गत इंटीग्रेटेड नर्सिंग संस्थान में छात्रावास अधूरे कार्यों को पूर्ण किया जाएगा। ब्यान्धुरा मंदिर तक पेयजल आपूर्ति एवं सड़क निर्माण कार्य किया जाएगा। जिला हॉस्पिटल चम्पावत में लोवर ग्राउंड फ्लोर में पार्किंग निर्माण। प्रथम तल एवं द्वितीय तल में डायग्नोस्टिक विंग तथा ओटी का निर्माण कार्य किया जाएगा। टनकपुर में संचालित इंजीनियरिंग कॉलेज की व्यवस्थाओं को सुधारा जाएगा। टनकपुर इंजीनियरिंग कॉलेज को आईआईटी बनाने हेतु प्रस्ताव केंद्र को भेजा जाएगा। चम्पावत के अंतर्गत पंचमुखी गौशाला धाम बनाने के काम को स्थायी रूप दिया जाएगा। सरकारी एवं गैर सरकारी माध्यमों से इसे पूरा किया जाएगा। चम्पावत में हैरिटेज स्ट्रीट का निर्माण किया जाएगा। टनकपुर स्थित रोडवेज़ वर्कशॉप को केंद्रीय कार्यशाला बनाया जाएगा। विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत एआरटीओ कार्यलय खोल जाएगा। चम्पावत में जिम कार्बेट ट्रेल बनाई जाएगी। चम्पावत-एकहथिया नौला-मायावती ट्रेक मार्ग का निर्माण किया जाएगा। मंच उपतहसील को क्रियान्वित किया जाएगा। बनबसा में सैनिक स्मारक का निर्माण कोय जाएगा। नगर पंचायत बनबसा में वार्ड नं 4 के निकट खाली भूमि पर पार्क का निर्माण किया जाएगा। ओलावृष्टि से हुई फसल के नुकसान की भरपाई आपदा मद से की जाएगी। डांडा ककनयी क्षेत्र में संचार व्यवस्था बढ़ायी जाएगी। बनबसा-टनकपुर. चम्पावत. घाट तक राजमार्ग में 07 स्थानों में हिलांस आउटलेट का निर्माण किया जाएगा। जिला मुख्यालय के निकट मुडयानी में उद्यान फार्म बनाया जाएगा। जिले के 100 सरकारी विद्यालयों का रूपांतरण किया जाएगा।