जनपद चम्पावतस्वास्थ

चम्पावत में हुई प्रसूता के मौत के मामले का सीएम धामी ने लिया संज्ञान, डीएम ने जांच समिति गठित की

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चम्पावत। जिला चिकित्सालय में प्रसव कराने के बाद घर लौटी महिला की तबियत खराब होने और उसके बाद उपचार दौरान उसकी मौत होने के मामले ने सोमवार को तूल पकड़ लिया। सोमवार को ग्रामीणों व महिला के परिजनों ने जिला अस्पताल में धरना प्रदर्शन कर मामले की जांच करते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की। मामले का आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी संज्ञान लिया और उन्होंने डीएम को जांच कराने के निर्देश दिए। जिसके बाद डीएम ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया है।

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मालूम हो कि जिला मुख्यालय के निकटवर्ती ग्राम बाजरीकोट की संध्या (24) पत्नी दीपक ने 19 जुलाई को जिला अस्पताल में ऑपरेशन से शिशु को जन्म दिया। 21 जुलाई को जच्चा बच्चा को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। 23 जुलाई से संध्या को लगातार बुखार रहा। दवा से राहत नहीं मिलने और तबीयत बिगड़ने पर 27 जुलाई को संध्या को फिर से जिला अस्पताल में भर्ती कराया लेकिन एक दिन बाद 28 जुलाई को यहां से हल्द्वानी सुशीला तिवारी अस्पताल रेफर कर दिया गया। हल्द्वानी ले जाने से पहले प्रसूता को यहां एक निजी अस्पताल में दिखाया। परीक्षण के बाद निजी अस्पताल ने संक्रमण फैलने की दलील देते हुए बाहर ले जाने की सलाह दी। संध्या को सुशीला तिवारी चिकित्सालय हल्द्वानी से भी रेफर किया गया। उसको बरेली के एक निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। जहां 29 जुलाई को संध्या की मौत हो गई। सोमवार को महिला के परिजनों व ग्रामीणों ने जिला चिकित्सालय के डाक्टरों पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। धरना प्रदर्शन कर मामले की जांच कराए जाने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की।
इस घटना का त्वरित संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने महिला की मृत्यु पर दुःख एवं शोक संवेदना व्यक्त करते हुए मृत्यु के कारणों की निष्पक्ष जांच कराने के जिलाधिकारी को निर्देश दिए गए। सीएम के निर्देशों के क्रम में जिलाधिकारी नरेंद्र सिंह भण्डारी ने बताया कि महिला की मृत्यु पर एक समिति का गठन किया गया है जिसमें मुख्य चिकित्सा अधिकारी अध्यक्ष, डॉ0 प्रभा जोशी सर्जन उपजिला चिकित्सालय व डॉ.श्वेता खर्कवाल अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी सदय होंगी। जिलाधिकारी ने प्रकरण की गम्भीरता के दृष्टिगत समिति को चार दिन के भीतर निष्पक्ष जांच आख्या प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि इस संबंध में जिस भी स्तर पर चूक हुई है और जिसकी इसमें गलती व लापरवाही पायी जाती हैए तो इसमें सम्बंधित के खिलाफ सख्त कार्यवाही अमल में लायी जाएगी।

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