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टनकपुर इंजीनियरिंग कॉलेज में इस वर्ष से शुरू होगा कंप्यूटर इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम

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टनकपुर। वीर माधो सिंह भंडारी उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय, देहरादून के संघटक संस्थान डॉ0 एपीजे अब्दुल कलाम प्रौद्योगिकी संस्थान टनकपुर में सत्र 2021-22 से कंप्यूटर इंजीनियरिंग में बीटेक पाठ्यक्रम प्रारम्भ होगा। संस्थान अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) द्वारा मान्यता प्राप्त उत्तराखंड राज्य का एक उभरता हुआ तकनीकी संस्थान है। इस संस्थान को 2016 में उत्तराखंड सरकार द्वारा उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय, देहरादून के संघटक कॉलेज के रूप में खोला गया था। संस्थान के निदेशक डॉ. अमित अग्रवाल के निर्देशन में कोरोना महामारी के संकट के मध्य भी छात्रों की ऑनलाइन शिक्षा एवं अन्य तकनीकी एवं व्यवसायी कार्यशालाओं का आयोजन भी किया जा रहा है। जिससे छात्रों का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित हो सकें। संस्थान के छात्र टनकपुर क्षेत्र के गांवों में जाकर ग्रामीणों को स्किल डेवलपमेंट और टेलीमेडिसिन में उपयोगी जानकारियां दी रहे है। वर्तमान में संस्थान में स्किल इंडिया के मध्यनजर विद्यार्थियों द्वारा विभिन्न प्रोजेक्ट्स पर कार्य गतिशील है तथा इनोवेशन को महत्ता देते हुए रिसर्च एंड इनोवेशन सेल की स्थापना भी की गई है। जिसमें छात्र- छात्राओं द्वारा  हर्बल वाटर प्लांट, ऑक्सिजन एक्सट्रैक्टर आदि प्रोजेक्ट्स बनाये गए हैं। आज संस्थान के छात्र टाटा, मिंडा, अशोक लीलैंड, एनटीपीसी आदि नामी कंपनियों में जाकर प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। प्रतियोगी परीक्षाओं को दृष्टिगत रखते हुए संस्थान ने GATE जैसे ऑनलाइन सॉफ्टवेयर भी उपलब्ध कराए हैं। संस्थान की दो छात्राओं फरीना अंसारी और निकिता जोशी ने वर्ष 2021 की GATE की परीक्षा उत्तीर्ण कर संस्थान का नाम रोशन किया है। विश्वविद्यालय द्वारा संस्थान को कुमाऊं क्षेत्र का रिसर्च हब के रूप में चयन किया गया है। जिसके अंतर्गत संस्थान में अत्याधुनिक प्रयोगशालाओं का निर्माण हुआ है तथा कुछ लैब्स की स्थापना के लिए कार्य प्रगति पर है। जिससे कुमायूं क्षेत्र के विद्यार्थी यहां आकर अपने शोध कार्य को बढ़ावा दे सकें तथा समाज लाभान्वित हो सके। संस्थान के शिक्षक सिविल के क्षेत्र में प्रदेश के निर्माण कार्यों में कंसल्टेंसी का कार्य भी कर रहे है। संस्थान के शिक्षक सूर्य प्रकाश चौहान, मानवेन्द्र सिंह चौहान, हिमांशु शाह, अलप महर और पंकज कुंवर इत्यादि एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारी मोहित गड़कोटी, कौशब आदि संस्थान के उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। है। संस्थान के निदेशक ने विश्वविद्यालय के कुलसचिव आरपी गुप्ता और कुलपति प्रो. पीपी ध्यानी का आभार प्रकट किया है।

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