उत्तराखंड में कोरोना का कहर जारी, 7127 मिले नए संक्रमित, 122 की मौत, हर दिन तीन घंटे खुलेंगी सरकारी राशन की दुकानें
उत्तराखंड में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। गुरुवार 13 मई की शाम स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घंटे में प्रदेश में 7127 नए संक्रमित मिले। वहीं, 122 लोगों की कोरोना से मौत हुई। 5748 लोग स्वस्थ हुए और वर्तमान में कोरोना के एक्टिव केस 78304 हैं। कोविड कर्फ्यू के दौरान खाद्यान्न वितरण को सरल बनाने के लिए अब राज्य में समस्त सरकारी सस्ता गल्ला की दुकानें सुबह सात बजे से दस बजे तक खुलेंगी। मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं। जो 14 मई से प्रभावी हो जाएंगे। एक दिन पहले बुधवार 12 मई को 7749 नए कोरोना के संक्रमित मिले थे। साथ ही 109 लोगों की मौत हुई थी। रविवार नौ मई को सर्वाधिक 180 लोगों की मौत हुई थी। वहीं, शुक्रवार सात मई को सर्वाधिक 9642 नए कोरोना संक्रमित मिले थे। अब तक प्रदेश में नए संक्रमितों के मामले में तीन बार आठ हजार का आंकड़ा एक दिन में पार हो चुका है। वहीं, पहली बार नौ हजार का आंकड़ा शुक्रवार सात मई को पार हुआ था। यदि टीकाकरण की बात की जाए तो गुरुवार को 508 केंद्र में 30843 लोगों को कोरोना के टीके लगाए गए। साथ ही कंटेनमेंट जोन बढ़कर 499 हो गए हैं। यहां एक तरीके से पूर्ण लॉकडाउन है। उत्तराखंड में 18 मई तक कोविड कर्फ्यू लागू है।
कुल संक्रमितों का आंकड़ा 271810 पहुंचा
उत्तराखंड में कुल संक्रमितों की संख्या 271810 हो गई है। इनमे से 184207 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। 4225 लोगों की अब तक प्रदेश में कोरोना से मौत हो चुकी है। मौत का प्रतिशत 1.56 है। वहीं कोरोना से रिकवरी रेट 67.77 फीसद है।
सर्वाधिक संक्रमित देहरादून में
कोरोना से गुरुवार को भी सर्वाधिक संक्रमित देहरादून जिले से मिले। देहरादून में 2094, हरिद्वार में 1354, उधमसिंह नगर में 691, नैनीताल में 587, टिहरी में 508, पौड़ी में 361, उत्तरकाशी में 317, रुद्रप्रयाग में 304, चमोली में 297, अल्मोड़ा में 210, चम्पावत में 177, पिथौरागढ़ में 156, बागेश्वर में 71 संक्रमित मिले।
499 स्थानों पर लॉकडाउन
उत्तराखंड में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच 499 स्थानों पर कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। यहां लॉकडाउन की स्थिति है। ऐसे स्थानों में सामाजिक, धार्मिक, व्यापारिक गतिविधियां प्रतिबंधित हैं। वहीं, लोगों को घरों से बाहर निकलने की अनुमति नहीं है। एक परिवार के एक सदस्य को आवश्यक वस्तु के लिए मोबाइल वेन तक जाने की अनुमति है। इन क्षेत्र में देहरादून में 96, हरिद्वार में 30, नैनीताल में 73, पौड़ी में 17, उत्तरकाशी में 72, उधमसिंह नगर में 117, चंपावत में 30, चमोली में 8, टिहरी में 22, रुद्रप्रयाग में 9, पिथौरागढ़ में 9, अल्मोड़ा में 13, बागेश्वर में 3 कंटेनमेंट जोन हैं।