चार दिन पहले लापता हुए शिक्षक का शव मिला, पुलिस ने चलाया बड़ा सर्च अभियान, कमरे से घर आने के दौरान रास्ते में हुआ हादसा
अल्मोड़ा। बरसाती गधेरे में बहने से एक शिक्षक की मौत हो गई। शिक्षक का शव व स्कूटी हाईवे से करीब 300 मीटर की दूरी पर बरामद हुए हैं। मृतक चार दिन पहले अचानक लापता हो गया था। पुलिस ने उसकी खोज के लिए बड़ा सर्च अभियान चलाया।
नगर के धारानौला निवासी शिक्षक संजय कुमार टम्टा (35) पुत्र खीम राम टम्टा धौलादेवी ब्लाक के राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मकड़ाऊ में तैनात थे। वे मकड़ाऊ में ही किराए के कमरे में रहते थे। बीते 13 सितंबर को वे स्कूटी से अपने घर की ओर आ रहे थे। जब देर शाम तक वे घर नहीं पहुंचे तो परिजनों ने तलाश की। बाद में उनके लापता होने की सूचना थाना दन्या पुलिस को दी गई।
पुलिस की तलाशी के दौरान मृतक 13 सितंबर की दोपहर करीब 12 बजे सीसीटीवी कैमरे में आरतोला से अल्मोड़ा की ओर आते हुए दिखा। लेकिन पनुवानौला में किसी भी सीसीटीवी कैमरे में नजर नहीं आया। जिसके बाद पुलिस ने पनुवानौला से आरतोला के बीच के जंगल में खोजबीन की। मंगलवार को चार दिन बाद शिक्षक का शव पनुवानौला से आगे रतवानी के पास अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ एनएच से करीब 300 मीटर नीचे बरसाती गधेरे में स्कूटी समेत मिला। पुलिस ने स्थानीय लोगों की सहायता से रेस्क्यू कर रस्सियों व स्ट्रेचर के सहारे शव को गधेरे से सड़क तक पहुंचाया।
थानाध्यक्ष दन्या जसविंदर सिंह ने बताया है कि शिक्षक की मौत बरसाती गधेरे में बहने से हुई है। हालांकि, मौत की असल वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आएगी। पंचायतनामा व पोस्टमार्टम के बाद शव मृतक के परिजनों को सौंप दिया गया है।
परिजनों ने स्कूटी से आने के लिए किया था मना
मृतक एक माह पहले ही धारचूला, पिथौरागढ़ से ट्रांसफर होकर अल्मोड़ा आया था। पुलिस के मुताबिक, हादसे से पहली रात करीब 12 बजे तक उसने मोबाइल में परिजनों व दोस्तों से बात की थी और अपने अल्मोड़ा घर आने की सूचना दी थी। परिजनों ने बारिश तेज होने के चलते स्कूटी से आने के लिए मना किया था। लेकिन परिजनों व दोस्तों की बात को टालकर मृतक अपनी स्कूटी से अगले दिन मकड़ाउ से घर की ओर चल दिया। मृतक की पत्नी भी शिक्षिका हैं, जो बेतालाघाट ब्लाक में तैनात है। इस हादसे के बाद मृतक के स्वजनों में कोहराम मचा हुआ है।
कल्वर्ट बंद होने पर उठे सवाल
हादसे वाले दिन क्षेत्र में काफी बारिश हुई थी। पुलिस के मुताबिक 13 सितंबर की दोपहर करीब 12:30 बजे दन्या थाना में अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ एनएच में पनुवानौला से आगे रतवानी के पास भारी मात्रा में मलबा आने की सूचना मिली थी। स्थानीय लोगों ने बताया कि जिस जगह हादसा हुआ है, वहां लंबे समय से एनएच का कलवर्ट बंद है। जिस कारण बरसाती गधेरे का पानी सड़क से बहता है। अगर कल्वर्ट खुला होता तो शायद शिक्षक की जान बच सकती थी। उधर, सहायक अभियंता किशन सिंह बिष्ट ने बताया है कि कल्वर्ट के पास पीएमजीएसवाई की सड़क है। जिससे बार बार मलबा आने से कल्वर्ट बंद हो जाता है। लेकिन बरसाती सीजन को देखते हुए कलवर्ट खुलवाया गया था।