सीएम धामी की पत्नी से मिला मां पूर्णागिरि धाम मंदिर समिति का शिष्टमंडल, जानें क्या मांग उठाई


टनकपुर। मां पूर्णागिरि धाम मंदिर समिति ने देवस्थानम बोर्ड रद्द करने पर खुशी जताई है। समिति ने तीर्थ पुरोहितों के हित में सरकार के फैसले पर सीएम का आभार जताया। देवस्थानम बोर्ड की तर्ज पर मां पूर्णागिरि धाम को ट्रस्ट बनाने की कार्यवाही भी रद्द करने की भी मांग उठाई है। मंदिर समिति अध्यक्ष किशन तिवारी के नेतृत्व में मां पूर्णागिरि मंदिर समिति के शिष्टमंडल ने खटीमा के ग्राम नगरा तराई स्थित सीएम के आवास पर जाकर सीएम की पत्नी गीता धामी से मुलाकात की। उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा। बताया कि मां पूर्णागिरि धाम से भी हजारों तीर्थ पुरोहितों के हित जुड़े हैं। तिवारी, पांडेय परिवार पूर्णागिरि धाम के वंशानुगत पुरोहित हैं। वह पीढ़ी दर पीढ़ी पूजा-अर्चना कर रहे हैं। तीर्थ पुरोहितों के करीब 1200 से अधिक परिवारों की आजीविका धाम पर निर्भर हैं। वे धर्मशालाएं चलाकर दशकों से तीर्थयात्रियों को विश्राम, स्नान आदि की मुफ्त सेवा मुहैया कराते हैं। जिला पंचायत चैत्र नवरात्र में तीन माह तक मेले का सफल संचालन करवाती है। इसलिए पूर्णागिरि ट्रस्ट के गठन संबंधी कार्यवाही भी रद्द करने का आग्रह किया। शिष्टमंडल में समिति उपाध्यक्ष नीरज पांडेय, सचिव सुरेश तिवारी, कोषाध्यक्ष नवीन तिवारी, मोहन चंद्र पांडेय, महेश चंद्र पांडेय, राजू तिवारी आदि रहे।


