प्रत्येक व्यक्ति को निशुल्क वैक्सीन लगाए जाने की मांग, कांग्रेसियों ने राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन
चम्पावत। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति को ज्ञापन भेज कर देशभर में रोजाना एक करोड़ लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाए जाना सुनिश्चित कराए जाने व प्रत्येक नागरिक को निशुल्क वैक्सीन लगाए जाने की मांग की है। शुक्रवार को जिलाध्यक्ष पूरन कठायत के नेतृत्व में राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एडीएम टीएस मर्तोलिया को सौंपा गया। जिसमें कहा गया है कि कोरोना की वजह से प्रत्येक परिवार प्रभावित हुआ है। उसे असीम पीड़ा से गुजरना पड़ा है, लेकिन केंद्र की मोदी सरकार कोरोना से लड़ने की अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रही है। लोगों को उनके हाल में छोड़ दिया गया है। कहा गया है कि केंद्र सरकार कोविड—19 के अपराधिक कुप्रबंधन की दोषी है। कोरोना महामारी के बीच वैक्सीनेशन ही एकमात्र सुरक्षा है। मोदी सरकार की वैक्सीनेशन की रणनीति भारी भूलों की खतरनाक कॉकटेल है। सरकार ने वैक्सीनेशन की योजना बनाने में अपना कर्तव्य ही भुला दिया है। सरकार वैक्सीन खरीद से बेखबर है। कहा गया है कि सरकार ने जानबूझ कर एक डिजिटल डिवाइड पैदा कर दिया है। जिससे वैक्सीनेशन की रफ्तार धीमी हो गई है। आरोप लगाया है कि सरकार ने जानबूझ कर वैक्सीन की कीमतें अलग रखी हैं, जिससे आम आदमी को लूटा जा रहा है। कहा गया है कि सरकार के अनुसार 31 मई तक 21.31 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है, लेकिन दोनों खुराकें केवल 4.45 करोड़ लोगों को ही मिल सकी हैं। सरकार के पास जनता को कोरोना की तीसरी लहर से बचाने को कोई तैयारी नहीं है। कहा गया है कि मोदी सरकार ने भारी मात्रा में वैक्सीन का निर्यात कर दिया है। यह देश के लिए सबसे बड़ा नुकसान है। आरोप लगाया है कि मोदी सरकार ने कोरोना वैक्सीन की अलग अलग कीमतें रख कर जनता की पीड़ा से मुनाफाखोरी कमाने का नुस्खा तैयार किया है। कहा गया कि केंद्र सरकार वैक्सीन खरीदे और राज्यों को वितरित कर जनता को निशुल्क वैक्सीन लगवाए। कहा गया कि जनता को कोरोना से बचाने के लिए एकमात्र विकल्प यही है कि रोजाना एक करोड़ लोगों को वैक्सीन लगे और वह भी निशुल्क। ज्ञापन में राष्ट्रपति से इस संबंध में केंद्र सरकार को निर्देशित किए जाने की मांग की है। ज्ञापन देने वालों में पालिकाध्यक्ष विजय वर्मा, महामंत्री विकास साह, युवा जिलाध्यक्ष सूरज प्रहरी, सभासद रोहित बिष्ट, हरीश चौधरी, मयूख चौधरी, राधे जोशी आदि शामिल रहे।