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चम्पावत : ललुवापानी से किसकोट होते हुए एनएच का वैकल्पिक मार्ग तैयार करने की मांग उठी

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चम्पावत। एनएच के पिछले एक सप्ताह से बंद होने के चलते अब चम्पावत से टनकपुर आने जाने के लिए एक और वैकल्पिक मार्ग की आवाज उठने लगी है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों व नागरिकों ने डीएम को ज्ञापन सौंप कर ललुवापानी से किसकोट होते हुए वैकल्पिक मार्ग तैयार किया जाए। जिससे भविष्य में एनएच के बंद होने पर लोगों को आने जाने में दिक्कतों का सामना न करना पड़े।


जिला पंचायत सदस्य कृष्णा नंद जोशी व भाजपा नेता सूरज प्रहरी के नेतृत्व में स्थानीय जनप्रतिनिधियों व नागरिकों ने विकास खंड कार्यालय में क्षेत्र पंचायत समिति की बैठक के दौरान एक ज्ञापन सौंपा। जिसमें कहा गया है कि टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग (आल वैदर रोड) में कभी स्वांला तो कभी दूसरे डेंजर जोन उभर रहे हैं। पिछले साल भी सितंबर में स्वांला दो हफ्ते से अधिक समय तक बाधित रहा था। ऐसे में इस मार्ग का विकल्प जरूरी है, ताकि लोगों को परेशानी ना हो और कारोबार पर मार ना पड़े।
ज्ञापन में कहा है कि एनएच में स्वांला में आए अवरोध की मार और परेशानी चम्पावत के अलावा पिथौरागढ़ जिले के पर्वतीय हिस्सों पर पड़ी है। सुझाव दिया गया है कि निर्माणाधीन ऐड़ीधुरा-चानपुर सड़क को बड़ोली से लिंक कर ज्वाललेख व सालेधार किस्कोट से मिलान कर ललुवापानी से जोड़कर अमोड़ी से चम्पावत के बीच एनएच का विकल्प तैयार हो सकता है। ब्रिटिश कालीन यह मार्ग तीन मीटर चौड़ा है। वैकल्पिक सड़क बनने से कई गांव भी यातायात से जुड़ जाएंगे। ज्ञापन देने वालों में ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि राकेश बोहरा, एडवोकेट गुणानंद थ्वाल, तारादत्त जोशी, जयदत्त जोशी, ग्राम प्रधान पारस महर, गिरीश खर्कवाल, गोविंद भट्ट आदि शामिल रहे। डीएम ने जल्द ही सुझाए गए मार्ग के लिए डीपीआर तैयार कराने का आश्वासन दिया।

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