टनकपुर

स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के गांव धूरा के विद्यालय को उच्चीकृत किए जाने की मांग, सीएम को ज्ञापन भेजा

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टनकपुर। स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के गांव धूरा के ग्रामीणों ने राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय धूरा को उच्चीकृत कर इंटर की कक्षाओं का संचालन शुरू किए जाने की मांग की। उन्होंने इस संबंध का एक ज्ञापन कैंप कार्यालय के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजा है।

सोमवार को भेजे गए ज्ञापन में ग्रामीणों ने सीएम को याद दिलाया है कि उन्होंने कुछ समय पूर्व धूरा के राउमावि को उच्चीकृत किए जाने की घोषणा की थी। कहा है कि अब तक इस संबंध में कार्यवाही नहीं हुई। विद्यालय के उच्चीकृत न होने के चलते इस वर्ष हाईस्कूल की परीक्षा पास करने वाले करीब 30 विद्यार्थी मायूस हैं। वे आगे की पढ़ाई छोड़ने को मजबूर हो रहे हैं। क्योंकि उन्हें इंटरमीडिएट की शिक्षा के लिए गांव से 12 से 17 किमी दूर घने जंगलों के बीच होते हुए जीआईसी सूखीढांग जाना होगा। जिसमें खतरा ही खतरा है। क्षेत्र में गुलदार का आतंक भी बना हुआ है। गत दो जुलाई को गुलदार ने एक महिला को मौत के घाट भी उतार दिया था।
ज्ञापन में कहा है कि सात स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का गांव आजादी के 75 साल बाद भी इंटर कॉलेज से वंचित है। यह स्कूल दस गांवों का केंद्र है। धूरा की जनसंख्या 1300 है। क्षेत्र में तीन प्राथमिक स्कूल, जिनकी छात्र संख्या 200 से अधिक है। क्षेत्र के 80 बच्चे इंटर कॉलेज के अभाव में बाहर किराए में रह कर पढ़ाई कर रहे हैं। ज्ञापन में चालू सत्र में 11 की कक्षाएं संचालित किए जाने की मांग की है। देने वालों में प्रधान ​कमल किशोर, बीडीसी सदस्य दीपा जोशी, उमाशंकर भट्ट, कैलाश सिंह, कविता राना, अंजलि, अर्चना राना, दयानंद, महेंद्र, नारायण दत्त, जगमोहन सिंह आदि के हस्ताक्षर हैं।