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चम्पावत : जनपद में घरेलू हिंसा के केस न्यून हों : जिलाधिकारी नवनीत पांडे

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चम्पावत। महिला एवं बाल विकास की बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजनांतर्गत जनपद स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक सोमवार को जिलाधिकारी नवनीत पांडे की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

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बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेंद्र बिष्ट द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना से संबंधित जनपद में गतिविधियों की जानकारी दी गई। जिला कार्यक्रम अधिकारी ने विस्तार पूर्वक जानकारी देते हुए बताया कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के तहत जनपद में विभिन्न कार्यक्रम किए जाते हैं। जिसमें पुलिस विभाग द्वारा बालिकाओं के लिए आत्मरक्षा हेतु प्रशिक्षण दिया जाता है। इसके अतिरिक्त आंगनबाड़ी केंद्रों में जनपद में बेटी जन्मोत्सव कार्यक्रम चलाए जाते हैंं 12 वीं कक्षाओं व महाविद्यालय की छात्राओं को कंप्यूटर प्रशिक्षण कराया गया हैं साथ ही स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को क्रोसेट तथा बिनाई का भी प्रशिक्षण दिया जाता है। सेवायोजन विभाग द्वारा बालिकाओं को करियर काउंसलिंग कराई जाती है। साथ ही मिशन शक्ति योजना, वन स्टॉप सेंटर, चाइल्ड हेल्पलाइन, बालिकाओं को उनके अधिकारों और पोस्को एक्ट तथा नशा मुक्ति हेतु जन जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाते हैं।

इस संबंध में जिलाधिकारी ने कहा कि बालिकाओं को दिए गए आत्मरक्षा प्रशिक्षण का फीडबैक लें कि बालिकाओं में इस प्रशिक्षण से कितना आत्मविश्वास आया है। जिन बच्चों बालिकाओं द्वारा कंप्यूटर कोर्स किया जा रहा है उन बच्चों को सीएससी केंद्र खोलने हेतु मोटिवेट करें ताकि वह ग्रामीण स्थानो में खोलकर कार्य कर सके और आजीविका चला सकें। इसके साथ ही जिलाधिकारी ने जनपद में वर्किंग वूमेन हॉस्टल बनाए जाने की कार्यवाही शीघ्र करने तथा जनपद की आवश्यकता को ध्यान में डीपीआर बनाने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा बनाए गए उत्पाद की टैगिंग कर उन्हें प्रमोट करें। जिलाधिकारी ने कहा कि ऐसे स्थान जहां बालिकाओं को असुरक्षा महसूस हो रही हो या असुरक्षित स्थान हो, वहां उनकी सुरक्षा हेतु सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं।

समिति की बैठक में समीक्षा करते हुए बाल एवं महिला अपराध आदि की समीक्षा की। जिलाधिकारी द्वारा महिला/बालिकाओं के कल्याण हेतु बाल विकास विभाग द्वारा चलाई जारी विभिन्न योजनाओं की जानकारी व किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी से जानकारी ली कि जनपद में बाल अपराध से संबंधित अधिकतम मामले किस प्रकार के प्राप्त होते हैं, जिस पर जिला कार्यक्रम अधिकारी एवं समिति के सदस्यों द्वारा अवगत कराया कि जनपद में अधिकतम मामले पोक्सो से संबंधित आते हैं, जिस पर जिलाधिकारी ने कहा कि अधिक से अधिक को इससे संबंधित जागरूक करें ताकि महिला अपराधों की संख्या में कमी आए। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि विभाग तथा समिति बाल एवं महिला कल्याण के क्षेत्र में कार्य करें और महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करें।

उन्होंने वन स्टॉप सेंटर की समीक्षा करते हुए घरेलू हिंसा के केसों के बारे में जानकारी ली और निर्देश दिए कि प्रयास रहे कि जनपद में घरेलू हिंसा के केस न्यून हों, इस हेतु कार्य करें। बालिका विद्यालयों एवं बालिका छात्रावास में प्रोफेसनल काउंसलर के माध्यम से फिजिकल या वर्चुअल करियर काउंसलिंग, मेंटल हेल्थ काउंसलिंग कराने के निर्देश दिए, जिसके लिए जिला सेवायोजन विभाग के माध्यम से प्रोफेसनल काउंसलर की सूची उपलब्ध कराने तथा करियर काउंसलिंग के साथ एप्टिट्यूट टैस्ट कराने के निर्देश दिए।
ऐसे आंगनवाड़ी केन्द्रों को चिंहित करने के निर्देश दिए जहां छात्र संख्या अधिक है तथा केन्द्र बहुत अच्छी तरह से संचालित हो रहा हो की डॉक्यूमेंट्री तैयार करने को कहां

जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना अंतर्गत 2024- 25 वित्तीय वर्ष में 20 लाख प्राप्त धनराशि के सापेक्ष 19 लाख 84 हजार 76 रुपए की धनराशि व्यय की गई है। जनपद चम्पावत में नंदा गौरा योजना अंतर्गत प्रथम चरण में 309 तथा द्वितीय चरण में 1081 सहित कुल 1390 आवेदन प्राप्त हुए हैं। वर्तमान में आवेदन प्राप्त किया जा रहे हैं। जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि 2024 में कुल 66 केस पंजीकृत हुए हैं, जिसमें 46 ग्रामीण तथा 20 शहरी क्षेत्र में पंजीकृत हुए हैं।प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना अंतर्गत जनपद में 766 आवेदन प्राप्त हुए हैं। इस योजना अंतर्गत प्रथम बार गर्भवती महिला को 5000 रुपए (दो किस्तों में) तथा दूसरे प्रसव में कन्या शिशु के जन्म पर 6000 रुपए की धनराशि डीबीटी के माध्यम से दी जाती है।
इसके अतिरिक्त उन्होंने बताया कि बाल कल्याण समिति में कुल 111 मामले पंजीकृत हुए जिसमें से 68 मामलों का निस्तारीकरण किया गया। जिसमें पॉस्को के 45 मामले पंजीकृत हुए। मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना अंतर्गत जनपद में 294 बच्चे लाभान्वित हुए हैं। इस योजना अंतर्गत डीसीपीयू द्वारा मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना अंतर्गत प्रतिवर्ष बच्चों के घर एवं विद्यालय में जाकर भौतिक सत्यापन किया जाता है।

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार सिंह, पुलिस क्षेत्राधिकारी वंदना वर्मा, अध्यक्ष बाल कल्याण समिति आनंदी अधिकारी, सदस्य राजेंद्र गड़कोटी, सुनील सिंह रावत, मनोज तिवारी, जिला शिक्षा अधिकारी मान सिंह, एसीएमओ डॉ. रश्मि पंत, जिला विकास अधिकारी दिनेश सिंह दिगारी, चाइल्ड हेल्प लाइन से संतोषी सहित अन्य मौजूद रहे।

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