जिला चिकित्सालय चम्पावत में सफाई व्यवस्था दुरुस्त न मिलने पर नाराज हुए डीएम, महकमे के अफसरों को दिए आवश्यक दिशा निर्देश
चम्पावत। गुरुवार को जिलाधिकारी नरेद्र सिंह भंडारी ने जिला चिकित्सालय पहुंच कर कोविड-19 के दृष्टिगत एवं चिकित्सालय में आवश्यक चिकित्सा व्यवस्थाओं का जायजा लिया। अस्पताल के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को जिला चिकित्सालय में सभी आवश्यक चिकित्सा व्यवस्था सुदृढ़ करने के निर्देश दिए। उन्होंने चिकित्सालय में भर्ती मरीजों को नियमित रूप से बेहतर स्वास्थ्य परीक्षण, दवा आदि उपलब्ध कराने के साथ ही निशुल्क भोजन की व्यवस्था कराने, नियमित रूप से रोगियों को दी जाने वाले भोजन की गुणवत्ता का भी परीक्षण करने के निर्देश प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक को दिए। इस दौरान जिलाधिकारी द्वारा आकस्मिक चिकित्सा केंद्र के निरीक्षण के दौरान कक्ष में जगह कम होने के कारण हो रही समस्या के समाधान हेतु अतिरिक्त बेड स्थापित करने के निर्देश पीएमएस को दिए। साथ ही उन्होंने अधिशासी अभियंता ग्रामीण निर्माण विभाग को कक्ष में अतिरिक्त बेड की क्षमता बढ़ाए जाने हेतु प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए।
डीएम ने चिकित्सालय में स्थापित समस्त शौचालयों का निरीक्षण करते हुए पर्याप्त सफाई न पाए जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक को निर्देश दिए कि चिकित्सालय में नियमित सफाई व्यवस्था सुनिश्चित कराते हुए स्वयं भी समय समय पर निरीक्षण करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि चिकित्सालय में स्थापित आरओ से स्वच्छ एवं साफ पानी की भी व्यवस्था की जाय। निरीक्षण के दौरान पैथोलॉजी लैब एवं चंदन डायग्नोस्टिक सेंटर के माध्यम से स्वास्थ्य सम्बन्धित हो रही विभिन्न जांचों के संबंध में पंजिका का निरीक्षण करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि प्रत्येक मरीज का आवश्यकता अनुसार निशुल्क जांच कराई जाएं साथ ही उन्होंने कहा कि पैथोलॉजी लैब के बाहर चिकित्सालय के माध्यम से की जाने वाली सभी जांचों से सम्बंधित फ्लेक्सी लगाई जाए, ताकि मरीजों के साथ साथ उनके तीमारदारों को इस संबंध में जानकारी हो सके कि चिकित्सालय में कौन-कौन सी जांचे की जाती हैं।
निरीक्षण के दौरान प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि चिकित्सालय में ईएनटी रोग विशेषज्ञ, लैब टेक्नीशियनों की कमी है। इस संबंध में जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी ने जिला चिकित्सालय के विभिन्न वार्डों में हो रही सीलन, पानी रिसाव की रोकथाम किए जाने के संबंध में अधिशासी अभियंता ग्रामीण निर्माण विभाग को सभी वार्डों का निरीक्षण करते हुए प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने चिकित्सालय में भर्ती मरीजों के स्वास्थ्य उपचार के संबंध में भी जानकारी ली। आईसीयू, आइसोलेशन कक्ष, ऑपरेशन थिएटर, शिशु कोविड-19 वार्ड, होम्योपैथिक औषधि केद्र, फिजियोथैरेपी कक्ष, जिरियोट्रिक वार्ड व रक्त कोष का भी निरीक्षण कर आवश्यक निर्देश चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को दिए। निरीक्षण के दौरान एसडीएम अनिल चन्यान, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. केके अग्रवाल, प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. हर्ष ऐरी एवं अधिशासी अभियंता ग्रामीण निर्माण विभाग के के जोशी आदि मौजूद रहे।