जनपद चम्पावतनवीनतम

डीएम ने टनकपुर-चम्पावत राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-09) का किया निरीक्षण, दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में अभी तक चेतावनी बोर्ड न लगाए जाने पर जताई कड़ी नाराजगी

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चम्पावत। टनकपुर-चम्पावत राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-09) पर रात्रि में यातायात के सुचारू किए जाने के उद्देश्य से जिलाधिकारी नरेंद्र सिंह भंडारी ने आला अधिकारियों के साथ राष्ट्रीय राजमार्ग चम्पावत से टनकपुर तक स्थलीय निरीक्षण कर आवश्यक सुरक्षा तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने देखा कि किलोमीटर 108 धौन स्वाला के बीच पहाड़ी से मलवा आ रहा, जिसे रोके जाने हेतु स्थाई कार्य तथा सड़क किनारे दोनों ओर रिफ्लेक्टर टेप लगाने के निर्देश मौके पर उपस्थित एनएच के अधिकारी को दिए। उन्होंने किलोमीटर 106 में भी सुरक्षा को देखते हुए रिफ्लेक्टर टेप व रेडियम लगाने के निर्देश भी दिए।


जिलाधिकारी ने सुरक्षा के मद्देनजर दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में अभी तक चेतावनी बोर्ड न लगाए जाने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की और अधिकारियों को तत्काल दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में चेतावनी बोर्ड लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने किलोमीटर 101 में सड़क किनारे की दिवार गिरी होने पर सुरक्षा की दृष्टि से तत्काल सुरक्षा के इंतजार कराने, रिफ्लेक्टर टेप लगाने के साथ ही जहां जहां सड़क उखड़ गई है वहां ब्लैक टॉप करने के निर्देश एनएच के अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि जहां जहां पर पहाड़ी का तत्काल ट्रीटमेंट करने की आवश्यकता है उसे भी दुरुस्त किया जाए। जिलाधिकारी ने निरीक्षण के दौरान सभी कार्य 10 दिन में पूर्ण करने के निर्देश दिए। इस दौरान अमोड़ी में राष्ट्रीय राजमार्ग किनारे देवी प्रसाद शर्मा के भवन जो खतरे की जद में आया है, का भी निरीक्षण जिलाधिकारी द्वारा किया और उन्हें आवश्यक सहायता दिलाने की बात कही।
देखा कि चल्थी पुल के निर्माणाधीन होने के कारण सड़क सुधारीकरण का कार्य गतिमान है इसके चलते यातायात को डायवर्ड किया गया है। इस दौरान सड़क में धूल न हो इस हेतु सड़क में लगातार पानी छिड़काव करने के डीएम ने एनएच के अधिकारियों को निर्देश दिए। एनएच के अधिकारी ने बताया कि किलोमीटर 80 निकट सिंनयाडी में सड़क जो कट गई थी उसे मरम्मत कर दिया गया है, जिस पर जिलाधिकारी ने शीघ्र ही हॉटमिक्स करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान उप जिलाधिकारी रिंकू बिष्ट, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी मनोज पांडेय, एनएच से इंजीनियर सीपी श्रीवास्तव, आरडब्ल्यूडी से इंजीनियरिंग पीके वर्मा आदि मौजूद रहे।