बिजली कमियों की हङताल के चलते शासन ने उत्तराखंड की पांच परियोजनाओं में उत्पादन बंद कराया, राज्य के कई हिस्सों में बिजली गायब

देहरादून। उत्तराखंड में बिजली अधिकारी कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने के बाद यमुना घाटी की पांचों जल विद्युत परियोजनाओं छिबरों 240 मेगावाट, खोदरी 120 मेगावाट, ढकरानी 33 मेगावाट, ढालीपुर 51 मेगावाट व कुल्हाल 30 मेगावाट की परियोजनाआों को सुरक्षा की दृष्टी से उत्पादन बंद कर दिया है। टौंस व यमुना नदी पर बनी बैराज से पानी को सीधे यमुन नदी में छोड दिया गया है। इन पांचों परियोजनाओं से प्रतिदिन कुल आठ मीलियन यूनिट बिजली उत्पादित होती है। जिसमें यूजजेवीएनएल उत्तराखंड सरकार को उत्पादन दर पर एक रुपये प्रति यूनिट (रेट टू रेट ) के हिसाब से बेचता है। राज्य में आज सुबह से ही बिजली सप्लाई बंद हो गई है। देहरादून, हरिद्वार, हल्द्वानी, ऊधमसिंह नगर, चम्पावत के कई हिस्सों में बिजली बंद है। माना जा रहा है आज कैबिनेट की बैठक में इस मामले को रखा जाएगा।

ऊर्जा निगम के कर्मियों की ये हैं मुख्य मांगें
-ऊर्जा निगम में एसीपी की पुरानी व्यवस्था लागू की जाए
-उपनल के माध्यम से कार्य कर रहे कार्मिकों का नियमितीकरण हो
-निगम में समान कार्य को समान वेतन मिले
-ऊर्जा निगमों में इंसेंटिव एलाउंसेज का रिवीजन किया जाए।

