चारापत्ती लेने गई महिलाओं को हाथी ने दौड़ाया, एक की मौत, चार घायल, एक वन कर्मी को भी पटका
उत्तराखंड के लैंसडौन वन प्रभाग के कोटद्वार रेंज के अंतर्गत ग्वालगढ़ बीट के जंगल में लकड़ी बीनने गईं पांच महिलाओं पर हाथी ने हमला कर दिया। हाथी ने कुचलकर एक महिला को मौत के घाट उतार दिया जबकि जान बचाने के लिए भागीं चार अन्य महिलाएं घायल हो गईं। घायलों को बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना के बाद से यहां दहशत बनी हुई है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार हाथी के हमले में घायल ध्रुवपुर निवासी सुमन देवी ने बताया है कि वह गांव की चार अन्य महिलाओं के साथ सुबह करीब 9:00 बजे जंगल में लकड़ी बीनने गई थी। ध्रुवपुर में निर्माणाधीन पुल से आगे जंगल की ओर बढ़े ही थे कि तभी अचानक झाड़ी से हाथी निकाला और उनपर हमला कर दिया। सभी ने जंगल से बाहर की ओर दौड़ लगा दी। भगदड़ में वह गहरे गड्ढे में गिर गई। अन्य महिलाओं ने भी गिरते पड़ते हुए किसी प्रकार हाथी से जान बचाई लेकिन एक महिला लक्ष्मी चौधरी (48) पत्नी सुनील चौधरी को हाथी ने सूंड़ में लपक लिया और पटक कर पांव से कुचलकर मार डाला। कोटद्वार रेंज अधिकारी अजय ध्यानी ने बताया है कि सूचना मिलते ही वन कर्मी तत्काल मौके पर पहुंचे और पटाखे छोड़ कर हाथी को वहां से खदेड़ा। इसके बाद लक्ष्मी चौधरी का शव झाड़ियों से बरामद किया गया। बताया कि सुमन देवी (37) पत्नी अजय कुमार, सुनीता जखवाल (40) पत्नी सुनील जखवाल, अनीता देवी (42) पत्नी मुकेश, बागेश्वरी देवी (31) पत्नी कलीराम सभी निवासी ध्रुवपुर कोटद्वार हाथी से बचने के लिए भागते समय गिरकर घायल हो गए। मृतका के परिजनों को नियमानुसार मुआवजा देने की कार्रवाई की जा रही है।
पुलिंडा मार्ग पर घूम रहे लोनिवि कर्मी को पटका
पुलिंडा रोड पर घूमने जा रहे एक लोनिवि के कर्मचारी को हाथी ने पटकर बुरी तरह घायल कर दिया। लोगों ने उसे राजकीय बेस अस्पताल में भर्ती कराया है। चिकित्सकों ने उसकी हालत को गंभीर बताया है। घायल पीडब्लूडी कालोनी निवासी चैन सिंह (58) पुत्र स्व. त्रिलोक सिंह ने बताया कि वह विभाग में चौकीदार के पद पर कार्यरत है। मंगलवार शाम करीब 4:30 बजे वह पुलिंडा रोड पर घूमने जा रहा था तभी अचानक जंगल से निकल कर हाथी उसके सामने धमक गया। इससे पहले वह भागने की कोशिश करता हाथी ने सूंड़ से उसे धक्का दे दिया और वह सड़क पर गिर गया। जैसे ही वह सड़क से उठा हाथी ने उसे सूंड़ से उठाकर पटक दिया। वह किसी तरह वहां से जान बचाकर भागने लगा। तभी सामने से आ रहे कुछ लोगों ने हो हल्ला कर हाथी को जंगल की ओर भगाया। उसके सिर और पसली पर गंभीर चोटें आई हैं। वहीं रेंज अधिकारी अजय ध्यानी ने बताया कि पुलिंडा मार्ग पर घूमना खतरे से खाली नहीं है। यहां पर लोगों को नहीं घूमना चाहिए। पूर्व की घटनाओं से भी लोग सबक नहीं ले रहे हैं।