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कोरोना बूस्टर डोज # बहुत हो गया फ्री, अब करना पडे़गा भुगतान, 18 साल से अधिक उम्र का हर व्यक्ति 10 अप्रैल से ले सकता है कोरोना की बूस्टर डोज

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बहुत हो गया फ्री फ्री। कभी चालीस साल पहले स्कूलों में चेचक के टीके फ्री लगाए गए या फिर बाद में पल्स पोलियो के फ्री टीके लगाए गए तो तब सरकारों की गलती थी। कोरोना के फ्री टीके भी तब लगाए गए जब सुप्रीम कोर्ट का डंडा हुआ। अब सरकार कोरोना की बूस्टर डोज के पैसे वसूलने जा रही है। पांच राज्यों में चुनाव हो चुका है और इनमें चार में बीजेपी जीत भी गई है। अभी फिलहाल कहीं चुनाव नहीं हैं। ऐसे में फ्री का चंदन फिलहाल बंद कर दिया गया है। अब 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को रविवार यानी 10 अप्रैल, 2022 से निजी टीकाकरण केंद्रों पर कोरोना से बचाव की एहतियाती खुराक (तीसरी खुराक) दी जाएगी। वे सभी जो 18 वर्ष से अधिक आयु के हैं और दूसरी खुराक लेने के बाद 9 महीने पूरे कर चुके हैं, एहतियाती खुराक के लिए पात्र होंगे। यह सुविधा सभी निजी टीकाकरण केंद्रों में उपलब्ध होगी। हालांकि पहली और दूसरी खुराक के लिए सरकारी केंद्रों में मुफ्त टीकाकरण जारी रहेगा।
सरकार की ओर से कहा गया है कि पहली और दूसरी खुराक के लिए सरकारी टीकाकरण केंद्रों पर चल रहे मुफ्त टीकाकरण कार्यक्रम के साथ-साथ हेल्थकेयर वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स और 60+ आबादी के लिए एहतियाती खुराक देने का कार्यक्रम भी जारी रहेगा और इसमें और तेजी लाई जाएगी। देश में अभी 15+ उम्र वाली आबादी के करीब 96 फीसद लोगों को कम से कम एक COVID-19 वैक्सीन की एक खुराक मिल चुकी है, जबकि 15+ आबादी में से लगभग 83 फीसद ने टीके की दोनों खुराक प्राप्त की हैं।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, हेल्थकेयर वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स और 60 साल से ज्यादा उम्र वाली जनसंख्या समूह को 2.4 करोड़ से अधिक एहतियाती खुराक दी जा चुकी हैं। 12 से 14 वर्ष आयु वर्ग के 45% लोगों ने भी पहली खुराक प्राप्त की है। कोरोना की चौथी लहर की आशंकाओं के बीच सरकार की तरफ से कहा गया है कि पात्र आबादी के लिए पहली और दूसरी खुराक के लिए सरकारी टीकाकरण केंद्रों के माध्यम से चल रहे मुफ्त टीकाकरण कार्यक्रम के साथ-साथ हेल्थकेयर वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स और 60+ आबादी के लिए एहतियाती खुराक जारी रहेगा और इसे तेज किया जाएगा।

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कीमत चुकाकर ले सकते हैं बूस्टर डोज
कोविशील्ड बूस्टर डोज की कीमत 600 रुपये होगी और टैक्स समेत इसका दाम कुछ ज्यादा होगा। वहीं कोवावैक्सीन को जब बूस्टर डोज के तौर पर मान्यता मिलेगी तो इसकी कीमत 900 रुपये होगी और अतिरिक्त टैक्स लगेगा।

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नवीन सिंह देउपा

नवीन सिंह देउपा सम्पादक चम्पावत खबर प्रधान कार्यालय :- देउपा स्टेट, चम्पावत, उत्तराखंड