पूर्व सैनिकों ने ‘अग्निपथ’ को बताया सेना का मनोबल गिराने वाली योजना
खटीमा। पूर्व सैनिक संगठन खटीमा द्वारा एक प्रेस वार्ता आयोजित कर केंद्र सरकार द्वारा सेना भर्ती के लिए लाई जा रही अग्निपथ योजना का विरोध करते हुए इसको सेना का मनोबल गिराने वाला और देश के लिए खतरनाक बताया।
संगठन के अध्यक्ष कुंवर सिंह खनका ने कहा कि सरकार सेना से पहले विधायको, सांसदों, मुख्यमंत्रियों व प्रधानमंत्रियों के लिए केवल 5 साल सेवा और उसके बाद बिना पेंशन सेवा समाप्ति की योजना लाए। खनका ने कहा कि सरकार विरोध के बाद अब अग्निवीरों के लिए 4 साल बाद अर्धसैनिक बलों में आरक्षण दिए जाने की बात कर रही है तो ये भी तो उन युवाओं के लिए नुकसानदेह ही होगा जो अर्धसैनिक बलों में ही भर्ती की तैयारी कर रहे हैं। संगठन के राजेश ठकुराठी ने कहा कि चार सालों बाद केवल 25 फीसदी को नौकरी दी जाएगी और 75 फीसदी को बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा। इससे समान योग्यता के बावजूद बाहर होने वाले 75 फीसदी में द्वेष और वैमनस्यता की भावना बढ़ेगी जो देश व समाज के लिए घातक होगी। पूर्व सैनिकों का कहना था कि उत्तराखंड जैसे राज्य के लिए अग्निपथ योजना ज्यादा दुखदाई है जहां पर युवाओं के लिए सेना में भर्ती ही रोजगार का एकमात्र सहारा होता है। प्रेस वार्ता में जीवन सिंह मेहता, मोहन भट्ट, एलडी जोशी, राम सिंह मेहरा, प्रेम भंडारी, राजेन्द्र कापड़ी, भुवन कापड़ी, हरीश खाती, हरीश जोशी, मान सिंह बोरा, रमेश कन्याल आदि उपस्थित रहे।